यूपीडा के पक्ष में हुए तीन बैनामे
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : आगरा से लखनऊ की दूरी कम करने वाले एक्सप्रेस वे के लिए भू अधिग्रहण की कार्रवाई जिले में तेज हो गई है। सदर तहसील क्षेत्र में बुधवार को एक महिला काश्तकार ने जमीन का बैनामा सरकार के नाम कर दिया। प्रशासन द्वारा उसे सर्किल रेट से चार गुना कीमत दी गई है। शिकोहाबाद तहसील में भी दो बैनामे हुए।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस इंडस्ट्रियल डवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) द्वारा आगरा से लखनऊ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है। जो फीरोजाबाद के 31 गांवों से होकर गुजरेगा। जिसमें सदर तहसील के पांच और शिकोहाबाद के 26 गांव शामिल हैं। इनकी कुल 410.0721 हैक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जानी है। इस अधिग्रहण से 5161 किसान प्रभावित हो रहे हैं। जिला प्रशासन कई महीनों से कोशिश कर रहा कि ये किसान स्वेच्छा से यूपीडा के पक्ष में बैनामा कर दें। प्रशासन के ये प्रयास सफल होते नजर आ रहे हैं। अब तक छ: सौ से अधिक किसान अपनी सहमति भी दे चुके हैं। किसानों की सहमति पर कानून की मुहर लगने का काम बुधवार से शुरू हो गया। एसडीएम सदर विजय सिंह की उपस्थिति में गांव जलालपुर की शीलादेवी पत्नी स्व. घनश्याम व उसके पुत्र मुकेश ने सब रजिस्ट्रार कार्यालय में यूपीडा की ओर से अधिकृत नायब तहसीलदार एन राम के पक्ष में बैनामा किया। इस दौरान तहसीलदार संजीव ओझा एवं लेखपाल रसीउद्दीन भी मौजूद रहे। नायब तहसीलदार ने बताया कि सर्किल रेट से चार गुना कीमत के हिसाब से 5 लाख 59 हजार रुपए की धनराशि विक्रेताओं के बैंक खाते में एक दो दिन में पहुंच जाएगी। शिकोहाबाद तहसील में भी दो किसानों ने अपनी जमीन यूपीडा के नाम कर दी।
नायब तहसीलदारों के खाते खुलवाए
जमीन के बैनामे फीरोजाबाद में नायब तहसीलदार एन राम और शिकोहाबाद में नायब तहसीलदार संतदास पवार द्वारा कराए जाएंगे। इसके लिए दोनों के अलग से बैंक खाते खुलवाए गए हैं। उनमें 15-15 लाख रुपए की धनराशि भी जमा करा दी गई है। सूत्रों का कहना है कि सरकार द्वारा जमीन की खरीद के लिए पहले ही 48 करोड़ 13 लाख 84 हजार 956 रुपए जिले में भेज दिए गए थे।