वाह विवि! बगैर प्रवेश पत्र हुई एमकॉम की परीक्षा
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : अगर छात्रों के हाथ में प्रवेश पत्र न हो तो नियम-कानून का पाठ पढ़ाया जाता है, लेकिन जब गलती विवि की हो तो सभी नियम धरे रह जाते हैं। बुधवार को एमकॉम प्रीवियस की परीक्षा में ऐसा ही हुआ। छात्र बगैर प्रवेश पत्र के परीक्षा देने पहुंचे तथा नियमों की दुहाई देने वाले प्रोफेसर की नियमों की पैरवी विवि के रवैये के आगे ढेर हो गई।
एसआरके महाविद्यालय में एमकॉम की परीक्षा सिर्फ रौल नंबर के ही आधार पर हुई। अनुक्रमांक भी छात्रों को बुधवार को ही मिले। परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थी के हाथ में सिर्फ एक स्टूडेंट स्लिप थी, इसमें भी किसी का फोटो नहीं था। ऐसे में अगर कोई छात्र किसी दूसरे छात्र के स्थान पर परीक्षा दे तो भी कुछ पता नहीं चलता। एमकॉम की परीक्षा का यह हाल देख प्रोफेसर भी दंग थे। रौल नंबर से परीक्षा कराने में कॉलेज प्रोफेसर को समस्याओं का सामना करना पड़ा। खुद प्राचार्य डा. विपिन कुमार टेंशन में नजर आए। रौल नंबर से बैठाने में होने वाली एक छोटी सी गड़बड़ी छात्रों पर भारी पड़ सकती थी। लिहाजा प्रो. प्रभाष्कर राय के साथ में प्रो.एबी चौबे आदि प्रोफेसर बार-बार रौल नंबर को चेक करते हुए नजर आए।
रोल नंबर पाने के लिए लगी रहीं लाइने : (फोटो नंबर 14)
वहीं परीक्षा से पूर्व रौल नंबर पाने के लिए छात्रों की लाइन लगी रही। वहीं एमकॉम फाइनल के छात्र प्रवेश पत्र पाने के लिए लाइन में लगे हुए नजर आए। वहीं विवि के रवैये से हर कोई परेशान दिखा।
अब कब आएगा रिजल्ट :
पिछले वर्ष प्रवेश पत्र में ज्यादा गड़बड़ियां नहीं थी तो भी विवि को रिजल्ट जारी करने में महीनों का वक्त लग गया। इस बार जिस तरह से विवि परीक्षाएं करा रहा है। बगैर प्रवेश पत्र छात्र परीक्षा में बैठ रहे हैं, ऐसे में चिंता यह है परीक्षाफल कब घोषित होगा।