कृषि के साथ पशुपालन से दूनी होगी आय
संवाद सूत्र, हथगाम : अल्लीपुर बहेरा गांव में हर साल लगने वाला पारंपरिक क्षेत्रीय पशु मेला अब स
संवाद सूत्र, हथगाम : अल्लीपुर बहेरा गांव में हर साल लगने वाला पारंपरिक क्षेत्रीय पशु मेला अब सरकारी मेला का दर्जा पा गया। सरकार प्रत्येक वर्ष यहां न सिर्फ किसानों के लिए मेला आयोजित करेगी, बल्कि किसान को खेती-किसानी समेत सरकारी योजनाओं की जानकारी एक ही स्थान से मुहैया कराएगी। इस घोषणा के साथ ही शनिवार को पांच दिवसीय विराट पशु मेले का शुभारंभ हो गया। भगवा पंडाल से किसानों को कृषि के साथ पशुपालन की सीख देते हुए आय बढ़ाने रास्ता बताते हुए विशेषज्ञों ने मेले की उपयोगिता भी समझाई।
मेले का शुभारंभ केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व कृषि राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप ¨सह उर्फ धुन्नी ¨सह ने संयुक्त रूप से फीता काट कर व दीप जलाकर किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसान की मेहनत से देश का पेट भरता है। आजादी के बाद से अब तक सिर्फ नारों से ही किसानों को बहलाया गया है। कृषि राज्यमंत्री ने कहा कि जैविक खेती से ही खेती का भला होगा, लेकिन आय बढ़ाने के लिए किसान खेती के साथ पशुपालन को भी महत्व दे। कहा कि पहली बार कृषि विर्श्व विद्यालयों को ऐसे बीज खोजने के लिए लगाया गया है जो हर मौसम को सहन कर किसान को बेहतर उपज दे सकें। कृषि निदेशक सरदार ज्ञान ¨सह ने क्षेत्रीय मेले को सरकारी मेले की मान्यता देते हुए प्रति वर्ष विभाग की तरफ से आयोजन कराने की घोषणा की। डीएम मदन पाल आर्य ने कहा कि मेले का आयोजन इस लिए कराया जा रहा है कि साधारण किसान भी मेले से लाभ लेकर प्रगतिशील किसान बन जाए। उन्होंने मेले के समापन में 23 बेहतर किसानों को सम्मानित करने की घोषणा भी की। मेले में अपर कृषि निदेशक एसके कौशल,एसपी कवींद्र प्रताप ¨सह, मुख्य विकास अधिकारी एसपी आंनद, करम हुसेन, डा. साधना, डा. नौशाद, धूम ¨सह, सुखराज व भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश बाजपेई, पत्रकार संघ के अध्यक्ष नागेंद्र प्रताप ¨सह, उपनिदेशक कृषि प्रसार जीसी कटियार, जिला कृषि अधिकारी अमर सिह , अरूण ¨सह तोमर समेत अनेक लोग मौजूद रहे।
.........
नई योजना लांच करेगा कृषि विभाग
- कृषि विभाग के डायरेक्टर सरकार ज्ञान ¨सह ने मेले से ही यूपी में नई किसान सहायक योजना आरंभ करने की घोषणा की। कहा कि वर्मी कम्पोस्ट नाम से योजना लांच होगी। जिसमें 6 हजार सरकार अनुदान देगी और दो हजार किसान अपना अंश लगाकर अपने खेतों के लिए केचुए की खाद तैयार कर सकेगा। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर इस योजना का लांच किया जाएगा।