यमुना कटरी के गांवों में गिरे ओले
संवाद सहयोगी, खागा : रविवार दोपहर बाद एक बार फिर मौसम ने पलटी मार दी। आसमान में बादल देखते ही किसान
संवाद सहयोगी, खागा : रविवार दोपहर बाद एक बार फिर मौसम ने पलटी मार दी। आसमान में बादल देखते ही किसान खेतों की ओर दौड़ पड़े। गेहूं, अरहर की कटी फसल समेटने के साथ ही ग्रामीण खेतों में पड़ा भूसा सुरक्षित करने में जुट गए।
विजयीपुर, धाता ब्लाक के गांवों में कहीं-कहीं पर बारिश के साथ ओले गिरने से किसानों के माथे पर ¨चता की लकीरें खिच गई। तेज हवा के साथ बूंदाबांदी शुरू होने से गेहूं मड़ाई का काम बंद हो गया। हलांकि 15 मिनट बाद मौसम साफ हो जाने से किसानों ने राहत महसूस की। यमुना तटवर्ती गुरुवल, मझगवां, पहाड़पुर, रामपुर, एकडला, सरौली, गढ़ा, अहमदगंज तिहार, चंदापुर आदि गांवों में बारिश के साथ छोटे-छोटे ओले गिरे। रामशिरोमन-रमसगरा, कृष्णपाल-इटोलीपुर, अवधेश-सरौली, जगदीश द्विवेदी-किशुनपुर, जीतेंद्र त्रिपाठी-रग्घूपुर आदि किसानों का कहना था कि गेहूं की मड़ाई को छोड़कर शेष कोई काम बाधित नहीं हुआ है। यदि बरसात अधिक हो जाती तो निश्चित ही गेहूं की कटाई-मड़ाई समेत अन्य कामकाज प्रभावित हो जाते। जिन इलाकों में बारिश हुई, वहां शाम को मौसम सुहाना हो गया। नगर समेत प्रेमनगर, हथगाम, छिवलहा आदि जगहों पर हल्की बूंदाबांदी के बाद उमस बढ़ गई।
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बादल आते-जाते रहे
- रविवार को बादल लुका-छिपी से तापमान लुढ़का रहा। कभी तेज धूप तो कभी बादल छा जाने से उमस भरी गर्मी से राहत रही। दोपहर बाद अचानक बादल छा गए। हलांकि सदर व ¨बदकी तहसील में बादल घुमड़ कर चले गए, खागा क्षेत्र के यमुना कटरी के गांवों में बूंदाबांदी के बीच मटर के शक्ल के ओले भी गिरे। रविवार को तापमान चालीस डिग्री सेल्सियस रहा। जिला कृषि अधिकारी रविकांत ¨सह ने कहा कि बारिश से खेती का नुकसान नहीं है।