निर्माण में सुस्ती, बारिश में बढ़ेगी परेशानी
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: शहर में जल निकासी का मुकम्मल इंतजाम हो इसके लिए 23 करोड़ की लागत वाली ड्रेन
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: शहर में जल निकासी का मुकम्मल इंतजाम हो इसके लिए 23 करोड़ की लागत वाली ड्रेनेज योजना दो साल पहले स्वीकृत हुई थी। अब बारिश का समय नजदीक है लेकिन शहर की इस योजना का निर्माण आधे-अधूरे में खड़ा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि इस बारिश फिर से शहर तालाब बनेगा और शहर बासियों को जगह-जगह पर जलभराव की समस्या से जूझना पड़ेगा। फिलहाल काम की सुस्ती को देखते हुए जल निगम ने एक बार फिर कार्यदायी संस्था मेसर्स सतीश एंड कंपनी को नोटिस जारी कर काम में तेजी लाने की चेतावनी दी है।
ड्रेनेज योजना की बात की जाए तो इस योजना के तहत शहर के पानी को बाहर निकालने के लिए दो बड़े पक्के नाले खोदे जाने है। जिनकी कुल लंबाई दस किलोमीटर है। इन बड़े पक्के नालों में शहर के छोटे-छोटे 40 नालों को जोड़ा जाना है। ताकि शहर में बारिश के दिनों में जल भराव न हो और सामान्य दिनों का पानी भी इन्हीं नालों की मदद से शहर बाहर चला जाए। लेकिन निर्माण की सुस्ती इस कदर है कि अभी तक शादीपुर से पटेल नगर, और पटेल नगर से आईटीआई होकर गढ़ीवा जाने वाला नाला ही नहीं बन पाया। जगह-जगह खोदाई और निर्माण सामग्री पड़े होने तक काम सीमित है। इस बार बारिश का पानी शहर में जल भराव की समस्या और खड़ी करेगा चूंकि जिन नालों से होकर पानी शहर के बाहर जाता है उन नालों में आधा अधूरा काम हुआ। ऐसे में निकास के सामान्य रास्ते भी बंद हो गए है। एक्सईएन जल निगम पीके यादव ने बताया कि काम के लिए धनराशि की कमी नहीं है। लेकिन काम तेजी से नहीं हो रहा। इसके लिए हमने कार्यदायी संस्था को नोटिस दी है।
..........
अतिक्रमण हटाने में कोताही
- नाला खोदाई वाले कई प्वाइंटों पर सरकारी अतिक्रमण है। जैसे खोदाई वाले स्थान पर बिजली के पोल, ट्रांसफार्मर, टेलीफोन के खंभे, पेड़ और कई स्थानों पर आम लोगों का निर्माण आड़े आ रहा है। इसके हटाने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश है। लेकिन विभाग अतिक्रमण हटाने में कोताही बरत रहे हैं। जिसके कारण काम में लेट हो रही है।