38 डिग्री पहुंचा पारा, बढ़ी बेचैनी
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शनिवार को एकाएक पारा में छह डिग्री का उछाल आने से बेचैन करने वाली गर्मी क
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शनिवार को एकाएक पारा में छह डिग्री का उछाल आने से बेचैन करने वाली गर्मी का एहसास हर किसी को अखरता रहा। इस बार मार्च माह में पारा अधिक न पहुंचने से गर्मी से राहत रही। अचानक पारा बढ़ने के बाद जानकारों का कहना है कि गर्मी अब दिन-प्रतिदिन तेजी पकड़ेगी। दोपहर में तेज धूप होने से स्थिति यह रही बाजार ठिठका सा रहा। जो लोग सड़क से निकले धूप के बचाव के उपाय किए रहे। दूसरी पाली की बोर्ड परीक्षा में निकले छात्र-छात्राएं एकाएक बढ़ी गर्मी की दस्तक से परेशान रहे।
यूं तो होली बाद से गर्मी की दस्तक हो गई थी, लेकिन इस बार चौबीस मार्च तक तीस डिग्री से कम तापमान रहने से गर्मी का एहसास कम रहा। बीच में बादल व बूंदाबांदी से मौसम में बदलाव आ गया था। शुक्रवार से पारा मे उछाल शुरू हुआ। गुरुवार को अधिकतम 28 डिग्री का पारा शुक्रवार को चार डिग्री के उछाल के साथ 32 में पहुंच गया। शनिवार को तो छह डिग्री का उछाल आ गया, जिससे हर किसी को बेचैन कर देने वाली गर्मी का एहसास होने लगा। कूलर के साथ एसी चलने लगे। फाल्ट के कारण शहर के ज्वालागंज, राधानगर सहित जिन मोहल्लों की बिजली गायब रही वहां के लोग परेशान रहे। बोर्ड परीक्षा मे दूसरी पाली के परीक्षार्थियों को कमरे में पसीने से तर-बतर होना पड़ा। सड़क से निकलने वाले राहगीर दोपहर की तेज धूप को सहन नहीं कर पा रहे थे, वह छाया के तलाश में भटकते रहे। रेलवे स्टेशन व बस स्टाप में यात्री पंखे की हवा पाने के लिए भटकते रहे।
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फसल के लिए तपन जरूरी
- फसल के पकने के लिए गर्मी का होना जरूरी है। जब तक पारा चालीस डिग्री के ऊपर पहुंचेगा तभी गेहूं की बाली अच्छी तरह खेत में पककर तैयार होगी। कृषि अधिकारी रविकांत ¨सह ने बताया कि फसल के लिए पारा में उछाल जरूरी था।