विद्यालयों में पनपे संस्कारों की बेल
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शैक्षिक व व्यवहारिक ज्ञान के साथ ही साथ छात्र-छात्राओं में संस्कृति व संस
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शैक्षिक व व्यवहारिक ज्ञान के साथ ही साथ छात्र-छात्राओं में संस्कृति व संस्कारों की सीख देने की बात कहते हुए विद्वान आचार्य पं. राजकुमार वाजपेयी ने कहा कि अंक व अक्षर ज्ञान कराने वाले समाज के विद्यालयों में संस्कारों को प्रमुखता से रखकर शिक्षा प्रणाली अपनाई जानी चाहिए। खुशवक्तराय नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में हो रही श्रीराम कथा के सातवें दिन विद्वान आचार्य ने श्रीराम के जीवन से मर्यादित आचरण की सीख लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि अगर हमारा मन पवित्र नहीं है, राग-द्वेष से मुक्त नहीं है तो हम चाहे जितने धार्मिक व श्रेष्ठ कार्य करें, उनका उचित प्रतिफल नहीं मिलता। कथा संयोजक मधुसूदन दीक्षित, अनंत कुमार, उज्जैन ¨सह, मोहनलाल गुप्त, रमेशचंद्र गुप्त, दयाशंकर मिश्र, कुशलपाल ¨सह, रामकिशोर मिश्र, अवधेश गुप्त, उदयनाथ ¨सह गौतम, पंकज मिश्र, विजयपाल आदि रहे।