पारा चढ़ा पर गलन बरकरार
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: एक माह से पड़ रही कड़ाके की ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को ताप
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: एक माह से पड़ रही कड़ाके की ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को तापमान में काफी उछाल आया, लेकिन ठिठुरन कम नहीं हुई। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, वहीं अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहा। ठंड की वजह से राहगीर व मुसाफिर खासे परेशान रहे। लगभग एक पखवारे बाद खुले स्कूलों में छात्र संख्या नगण्य रही। शहर की प्रमुख बाजारों में दोपहर तो खरीदारी को महिलाएं, बच्चे व पुरुष खरीदारी को पहुंचे लेकिन शाम ढलते ही बाजारों की रौनक फीकी पड़ गई, कुछ एक लोग ही बाजारों पर पहुंचे। ठंड से बचाव के लिए शहरी क्षेत्र में तो जिलाधिकारी के निर्देश पर पालिका प्रशासन ने सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की है लेकिन ग्रामीण इलाकों में अलाव की लकड़ी का प्रबंध ग्रामीणों को स्वयं करना पड़ रहा है। सुबह खिली धूप निकलने के बाद एहसास हुआ कि अब शायद कड़ाके की ठंड से मुक्ति मिल जाएगी, लेकिन शाम ढलते-ढलते एक बार मौसम ने भी करवट बदली और आसमान पर बादल छा गए। बर्फीली हवाओं के झोंको ने लोगों को दुबकने को मजबूर कर दिया। सुबह ठिठुरते हुए नौनिहाल स्कूलों को निकले। ठंड की वजह से छात्र संख्या नगण्य रही। विशेषकर परिषदीय प्राथमिक व जूनियर स्कूलों में बच्चे बहुत कम पहुंचे, ऐसे में शिक्षक भी धूप का मजा लेते रहे या फिर धूप में ही कुर्सी मेज रखकर कागजी काम पूरा करने में मशगूल देखे गए।
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ट्रेनों की लेटलतीफी रही जारी
- ठंड व कोहरे की वजह से यात्री ट्रेनों की लेटलीतीफी जारी रही। महानंदा, नंदन कानन, चौरीचौरा, प्रयागराज सहित कई ट्रेनें कई घंटे विलंब से पहुंची। वहीं कई यात्री ट्रेनें दो से आठ घंटे तक विलंब से पहुंची। भोर पहर सड़क यातायात भी रेंगता रहा। रोडवेज बसें भी समय से घंटों लेट रहीं। ऐसे में गंतव्य तक पहुंचने में यात्रियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।