उड़नदस्तों को पहुंचने में छूटेगा पसीना
¨बदकी, संवाद सहयोगी : बोर्ड परीक्षा की सुचिता को लेकर पहले से ही सवाल खड़े हो रहे हैं। कई परीक्षा कें
¨बदकी, संवाद सहयोगी : बोर्ड परीक्षा की सुचिता को लेकर पहले से ही सवाल खड़े हो रहे हैं। कई परीक्षा केंद्र ऐसे हैं कि उड़नदस्ते पहुंचने की एक किमी पहले ही लोकेशन मिल जाएगी। अफसरों ने दागी और चर्चित स्कूलों को भी परीक्षा केंद्र बना दिया है। ¨बदकी तहसील में बोर्ड परीक्षा के 38 केंद्र बनाए गए हैं। महाराणा प्रताप इंटर कालेज को दागी परीक्षा केंद्र माना जाता है। शिव गोपाल गुप्ता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चौडगरा में जाने के लिए स्टेशन को जाने वाला एक ही मार्ग है। यह मार्ग जर्जर और टूटा हुआ है। परीक्षा केंद्र की ओर उड़नदस्ता मुड़ेगा तो उसके पहुंचने से पहले ही परीक्षार्थियों को पता चल जाएगा। 500 मीटर दूर इस रास्ते को तय करने में दस मिनट का समय लगेगा। महात्मा इंटर कालेज खुमानखेड़ा मिराई को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। यहां पहुंचने के लिए दो रास्ते हैं, पहला नदी का पुल पार कर, दूसरा कानपुर की ओर से करबिगवां स्टेशन से होते हुए। इस परीक्षा केंद्र से दो किमी दूर तक आने-जाने वालों पर निगाह रखी जा सकती है। परीक्षा में जिला मुख्यालय से उड़नदस्ता परीक्षा केंद्र पहुंचने के लिए चले तो डेढ़ घंटे के सफर के बाद ही यहां पहुंचा जा सकता है। वैसे भी पूरी परीक्षा में दो बार से अधिक यहां कोई नहीं पहुंच पाता है। कस्बा जहानाबाद स्थित परीक्षा केंद्र विकास विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बस्ती के अंदर घुसकर है। यहां पहुंचने के लिए सकरे रास्ते जाना पड़ेगा। कामोवेश कुछ ऐसी ही स्थिति ¨बदकी में आरएसजी बालिका इंटर कालेज की है। नेशनल हायर सेकेंड्री स्कूल जहानाबाद के जिन कमरों में छात्र बैठेंगे वहां प्रकाश की समुचित व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा परीक्षा केंद्र भैसउली, सुल्तानगढ़, जनता इंटर कालेज पाराधनई में भी पहुंचने वाले रास्ते सही नहीं है। इसमें से आधा दर्जन परीक्षा केंद्र ऐसे बनाए गए हैं जो पहले से दागी थे। छात्राओं का परीक्षा केंद्र विद्यालय में ही होने से स्थिति यह हैं कि केंद्र व्यवस्थापक ही नकल का ताना-बाना बुन रहे हैं। ऐसे में विभाग के लिए परीक्षा में सुचिता बनाए रखना बड़ी चुनौती साबित होगी।