कारागार में भरा नाला देख भड़के अफसर
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : जिलाधिकारी श्रीमती पुष्पा ¨सह व पुलिस कप्तान अनीस अहमद अंसारी ने शुक्रवार
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : जिलाधिकारी श्रीमती पुष्पा ¨सह व पुलिस कप्तान अनीस अहमद अंसारी ने शुक्रवार को प्रात : जिला कारागार के औचक निरीक्षण पर पहुंचे तो अधीनस्थों में हड़कंप मचा रहा। प्रशासनिक व पुलिस अफसरों की टीम ने बैरकों से बंदियों को बाहर निकलवाकर सघन तलाशी ली। गनीमत रही कि जेल में मोबाइल व गुटखा की पुड़िया जैसी सामग्री नहीं मिली, लेकिन कारागार के भीतर बजबजाता नाला देखकर जेलर को फटकार लगाई और जलनिकासी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की सख्त हिदायत दी।
प्रात : साढे़ 6 बजे के करीब डीएम के नेतृत्व में एसपी, अपर पुलिस अधीक्षक आरपी ¨सह, शहर कोतवाल आरके पांडेय मय फोर्स जिला कारागार पहुंचे तो डयूटी में मुस्तैद बंदी रक्षकों में हड़कंप मच गया। बताते चलें कि जिला कारागार में वर्तमान समय में 1250 विचाराधीन बंदी व सजायाफ्ता कैदी हैं जिनमें 60 महिला बंदी भी शामिल हैं। आनन-फानन प्रशासनिक व पुलिस अफसरों की टीम कारागार के भीतर जाकर बंदियों को बाहर निकलवाया फिर सभी 15 बैरकों की सघन तलाशी ली। बताते हैं कि इक्का दुक्का बैरकों में बीड़ी मिली लेकिन मोबाइल फोन व पान मसाला पुड़िया का गुटखा आदि सामग्री नहीं मिली। उसके बाद अफसरों की टीम ने पुरुष बैरक, महिला बैरक, बाल बंदी बैरक, रसोई घर आदि का जायजा लेकर करीब एक घंटे बाद रवाना हुई। इस मौके पर जेल अधीक्षक एके ¨सह, जेलर जेपी तिवारी,एएन ¨सह, पीके मिश्रा, डाक्टर आलोक सचान आदि मौजूद रहे। जेल अधीक्षक एके ¨सह का कहना था कि कारागार के भीतर नाला में भरे गंदे पानी की निकासी में मरम्मतीकरण के लिए 94 लाख रुपया का स्टीमेट बनाकर शासन को भेजा गया था लेकिन अभी तक बजट अवमुक्त नहीं हुआ। बजट के अवमुक्त होते ही नाला मरम्मतीकरण करा दिया जाएगा। कहा कि बैरकों की कमी के वजह से क्षमता से अधिक बंदियों को बैरकों में रखा जा रहा है। बताया कि औचक निरीक्षण में सबकुछ दुरुस्त रहा।