63 केवी ट्रांसफार्मर न मिलने से विद्युतीकरण रुका
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : राजीव गांधी विद्युतीकरण का काम 63 केवी के ट्रांसफार्मरों की आपूर्ति न होन
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : राजीव गांधी विद्युतीकरण का काम 63 केवी के ट्रांसफार्मरों की आपूर्ति न होने से कार्यदायी संस्था के ठेकेदारों ने काम रोक दिया है। विद्युतीकरण में मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। खंभों को स्थापित करने में सीमेंट एवं गिट्टी की जगह मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है। इससे यह विद्युतीकरण भविष्य में लोगों के लिए जान की सौदागर भी बन सकती है।
बताते चलें कि गांवों के विद्युतीकरण की राजीव गांधी की दूसरे चरण की यह योजना है। इसमें 287 गांव 13000 मजरे विद्युतीकरण होना है। इसमें केंद्र सरकार का 134 करोड़ रुपया खर्च होना है। यह काम गाजियाबाद की नागर्जुन संस्था ने ले रखा है। काम की शुरूआत तो तेजी से हुई, लेकिन 63 केवी के ट्रांसफार्मरों के न मिल पाने से विद्युतीकरण का काम बंद हो गया है। स्थिति यह है कि योजना का आधा अधूरा काम पड़ा हुआ है। खंभे तो ठेकेदारों ने खड़ा कर दिये है, लेकिन तार नहीं लगाए। सूत्रों के मुताबिक कार्यदायी संस्था की अनदेखी से 63 केवी ट्रांसफार्मर का टोटा हुआ है। उधर ग्रामीणों का कहना था कि अमौली ब्लाक के आर्दश गांव परसेठा समेत कई गांव में कराया गया काम मानक के विपरीत है। ठेकेदारों ने खंभों को स्थापित करने में मिट्टी का प्रयोग करते है। जबकि गिट्टी एवं सीमेंट का प्रयोग किया जाना है। ग्रामीणों ने राजीव गांधी विद्युतीकरण में किए जा रहे खेल की जानकारी जिला प्रशासन एवं विभाग के अधिकारियों को भी दे दी और जांच कराए जाने की है।
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जानकारी मिली है, जांच होगी
- मामले पर अधीक्षण अभियंता रत्नेश कुमार का कहना था कि शिकायतें मिली हैं, इसकी जांच कराई जा रही है। कहा 63 केवी ट्रांसफार्मर शीघ्र उपलब्ध हो, इसके लिए विभाग के आला अधिकारियों को पत्र भेजा गया है।