आंतरिक मूल्यांकन के प्रश्नों से प्रशिक्षु चकराए
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : दो साल के प्रशिक्षण में सीख कर बच्चों का भविष्य संवारने का दायित्व निर्वह
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : दो साल के प्रशिक्षण में सीख कर बच्चों का भविष्य संवारने का दायित्व निर्वहन करने जा रहे प्रशिक्षुओं को फाइनल की कड़ी परीक्षा से गुजारा गया। आंतरिक मूल्यांकन में प्रशिक्षुओं ने परीक्षकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देकर परीक्षकों को संतुष्ट किया। कड़े प्रश्नों के सामने आते ही प्रशिक्षुओं का पसीना छूटा तो परीक्षकों ने दूसरा प्रश्न दागकर प्रशिक्षण की बौद्धिक क्षमता को जांचा। प्रशिक्षण सूची में चयनित 263 प्रशिक्षुओं में जय नारायण डिग्री कॉलेज से अपर्णा ¨सह नामक प्रशिक्षु अनुपस्थित रही। बाकी सभी प्रशिक्षुओं ने फाइनल परीक्षा में प्रतिभाग किया। प्राइवेट कॉलेजों से बीटीसी का प्रशिक्षण पा रहे 2012 के प्रशिक्षुओं की कक्ष शिक्षण एवं आंतरिक मूल्यांकन का काम रविवार को खत्म हुआ। परीक्षा नियामक इलाहाबाद के आदेश पर आए अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा राजेंद्र प्रताप एवं राजकीय इंटर कॉलेज इलाहाबाद के प्रधानाचार्य जवाहर लाल यादव परीक्षक बनाए गए। दो दिन चली प्रक्रिया में प्रशिक्षण की अवधि पूरा कर चुके प्रशिक्षुओं को फाइनल परीक्षा से गुजारा गया। परीक्षकों ने शिक्षा अधिगम सामग्री, प्रबंधन, प्राथमिक शिक्षा के पुनरुद्धार एवं सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्नों से गुजारा गया। परीक्षक के सामने आते ही तमाम प्रशिक्षु घबरा गए। कठिन प्रश्नों के सामने आते ही छत की ओर देखने लगे। प्रश्नों का उत्तर न दे पाने की दशा में दोबारा प्रश्न दिए गए। परीक्षकों ने प्रशिक्षुओं के बौद्धिक स्तर को मापा। प्रशिक्षुओं द्वारा दिए गए उत्तरों के हिसाब से उन्हें सांकेतिक भाषा में अंक प्रदान किए। इस मौके पर डायट प्राचार्य रविशंकर, कार्यालय अधीक्षक राजेश त्रिपाठी, वरिष्ठ लिपिक रत्नेश पाण्डेय, दीपक यादव आदि मौजूद रहे।