Move to Jagran APP

रसोई गैस के ¨चहित हुए 23 हजार बोगस कनेक्सन

डिब्बी - एजेंसी कुल कनेक्सन - बोगस -फतेहपुर इण्डेन - 19, 282 - 3359-ललिता इण्डे

By Edited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 01:05 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 01:05 AM (IST)
रसोई गैस के ¨चहित हुए 23 हजार बोगस कनेक्सन

डिब्बी -

loksabha election banner

एजेंसी कुल कनेक्सन - बोगस

-फतेहपुर इण्डेन - 19, 282 - 3359-ललिता इण्डेन - 15, 782 - 3423

-¨बदकी सर्विस - 13,850 - 2513

-खागा इण्डेन - 11722 - 3869

-औरेई इण्डेन - 1426 - 145

-शास्त्री इण्डेन- 13190 - 2545

-कोर्रानकनक - 1252 - 256

-सलमान - 4308 - 515

-खजुहा - 2479 - 340

-बलिदानी - 10136 - 735

-औंग इण्डेन - 1118 - 429

-हथगाम - 6439 - 372

-जयदुर्गे गैस- 13832 - 1425

-रायपुर भसरौल - 132 - 35

-श्रीफाल्गुनगिरि - 11078 - 1186

-पीएसी गैस - 2092 - 527

-असोथर इण्डेन - 6686 - 1017

----------------------------------------------------

डिब्बी -

गैस एजेंसियों की स्थिति

भारत पेट्रोलियम सर्विस 03

¨हदुस्पतान पेट्रोलियम 03

आईओसी 17

14 किलो रसोई गैस 654 रुपए

खातों में पहुंचती सब्सिडी 213.68 रुपए

---------------------

--- रसोई गैस की सब्सिडी-----

- 1 जुलाई से ¨लकअप कराने वालों नहीं मिलेगी पिछली सब्सिडी का लाभ

- सत्यापन में गलत पाए जाने पर बोगस कनेक्सन किए जाएंगे रद्द

फतेहपुर, जागरण संवाददाता : रसोई गैस की सब्सिडी का लाभ दिलाने के लिए पिछले छह महीनों से उठापठक चल रही है लेकिन हालात यह हैं कि जिले में एक लाख 59 हजार 945 कनेक्शनधारकों में अभी भी 23 हजार 541 उपभोक्ताओं ने गैस एजेंसियों में न तो आधार कार्ड ही जमा किया है और न ही बैंक में एकाउंट नंबर। जिससे ऐसे कनेक्शनों को बोगस मान कर एजेंसियों को जांच के निर्देश जारी किए गए है। यह माना जा रहा हैं कि यह फर्जी कनेक्सन हैं जिन्हे अभी तक कालाबाजारी में इस्तेमाल किया जाता रहा है।

बताते चलें कि जिले में 23 रसोई गैस एजेंसियों में 17 एजेंसी इंडियन ऑयल कारपोरेशन की हैं। एक जनवरी 2015 से खाते में सब्सिडी दिलाने के लिए बैंक से ¨लकेज का अभियान में अभी तक सिर्फ 85 प्रतिशत ही उपभोक्ता ही जुड़ पाए हैं। पहले 31 मार्च फिर तीस जून की तिथि बढ़ाने के बाद भी 15 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने अभी तक अपना रसोई गैस कनेक्शन बैंकों से ¨लकअप नहीं कराया है। ज्यादातर कनेक्सन ऐसे है जिनके पता ही सही नहीं है। यह माना जा रहा हैं कि अभी तक इन कनेक्सनों से कालाबाजारी का खेल किया जाता रहा है। फर्जी दस्तावेजों से कनेक्सन लेकर पहले रिफ¨लग कराने वालों का अब अता-पता ही नहीं है।

जिन लोगों ने 30 जून 2015 तक बैंकों से ¨लकअप करा लिया है उन्हें पिछले अप्रैल माह से सब्सिडी का लाभ मिलेगा और सब्सिडी की रकम उनके खातों में पहुंच जाएगी लेकिन जो उपभोक्ता अब एक जुलाई से बैंक से ¨लकअप कराएंगे तो उन्हें पिछले महीनों की सब्सिडी के रकम से वंचित होना पड़ेगा। फतेहपुर इण्डेन गैस एजेंसी शादीपुर प्रबंधक बाबूलाल वर्मा व ललिता गैस एजेंसी जैदून प्रबंधक बृजेंद्र प्रताप ¨सह का कहना था कि छूटे उपभोक्ता तुरंत बैंक एकाउंट की फोटो स्टेट संबधित बैंक व आधार कार्ड, पहचान पत्र, राशन कार्ड की फोटो स्टेट एजेंसी में आकर जमा कर दें ताकि उनका कनेक्शन ¨लकअप हो जाए अन्यथा उनके बाउचर कम्प्यूटर से नहीं निकलेंगे और फुल रेट पर रसोई गैस दी जाएगी। प्रबंधकों ने कहा कि यदि जुलाई माह में भी उपभोक्ताओं ने ¨लकअप नहीं कराया तो उनके कनेक्शनों की सूची बनाकर रदद करने की प्रक्रिया की जाएगी।

इनसेट -

30 जून 2015 तक बैकों से ¨लकअप होने की अंतिम तिथि थी लेकिन अभी काफी कनेक्शनधारक छूट गए हैं इसलिए अभी वह अपना कनेक्शन बैंकों से ¨लकअप करा दें और संबधित गैस एजेंसियों में आधार कार्ड की फोटो स्टेट जमा कर दें अन्यथा ऐसे उपभोक्ताओं के कनेक्शन को सत्यापन बाद बोगस मानकर फुल रेट पर आपूर्ति की जाएगी।-खुशमीत ¨सह सब्बरवाल, एरिया मैनेजर, इंडियन ऑयल कारपोरेशन।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.