गेहूं का संकट, सरकारी कोठी खाली
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : जिले के किसान इस बार बारिश की आपदा एवं प्रशासन की उपेक्षा की दोहरी मार झे
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : जिले के किसान इस बार बारिश की आपदा एवं प्रशासन की उपेक्षा की दोहरी मार झेल रहे हैं। गेहूं खरीद भगवान भरोसे चल रही। स्थिति यह है कि इस बार भंडारगृह तक भर पाना मुश्किलपूर्ण है। अभी तब 32 हजार एमटी गेहूं खरीद के लक्ष्य में 4 हजार एमटी की हो पाई है। ऐसे हालात में 82 हजार एमटी की क्षमता वाले भंडारगृह खाली रह जाएंगे।
इस बार हुई भारी बारिश एवं ओलावृष्टि से किसानों की रवी की फसलों बर्बाद हो गई। जिसमें गेहूं की फसलें अधिक रूप से बेकार हुई। हालांकि शासन गेहूं खरीद का लक्ष्य इस पर 32 हजार एमटी दिया है, लेकिन अव्यवस्था की वजह से गेहूं की खरीद नहीं हो पा रही है। खरीद में लगी एजेंसियां खरीद के नाम पर खानापूरी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक गेहूं की खरीद ¨बदकी तहसील में 2200 एमटी हुई है और खागा तहसील में 1500 एवं सदर तहसील में 300 एमटी की खरीद हुई है। बताते है कि खरीद केंद्रों में अव्यवस्था होने की वजह से किसान केंद्रों में जाने के बजाय बाजार में चले जाते हैं और यहां सरकारी दर से 100 रुपए कम तक में गेहूं की तौल करा नकदी लेकर चले आते हैं। जबकि गेहूं खरीद का सरकारी दर 1450 रुपए है। गाजीपुर के किसान रामबाबू, असोथर के शिवश्कर, जोनिहा के राम अवतार, हुसेनगंज के कमलेश कुमार समेत कई किसानों का कहना था कि गेहूं खरीद केंद्र आधे से अधिक खुले ही नही। इसीलिए किसान बाजार में गेहूं बेचने जाते हैं।
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सभी केंद्र खुले, किसान नहीं आते
- जिले के खाद्य एवं विपरण अधिकारी रवी गौतम का कहना था कि बारिश की वजह से गेहूं पतला हो गया है। कहा कि केंद्रों में जो भी गेहूं किसान लेकर आते हैं। उनके गेहूं की तौल कराई जाती है। कहा कि गेहूं का दाना पतला एवं नमी युक्त है। इसलिए घोषित 1450 रुपए प्रति क्विंटल की दर से कम मूल्य में लिया जाता है।
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खरीद में लगी एजेंसियां एवं लक्ष्य
माकें¨टग - 17 हजार एमटी
यूपी एग्रो - 3 हजार एमटी
यूपीएसएस - 2 हजार एमटी
पीसएफ - 10 हजार एमटी
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गेहूं खरीद की योजना
लक्ष्य - 32 हजार एमटी
खरीद केंद्र - 55