गंदगी देख एसडीएम भड़के
बिंदकी, संवाद सहयोगी : राष्ट्रकवि पंडित सोहन लाल द्विवेदी वाचनालय एवं पुस्तकालय की दुर्दशा के साथ गं
बिंदकी, संवाद सहयोगी : राष्ट्रकवि पंडित सोहन लाल द्विवेदी वाचनालय एवं पुस्तकालय की दुर्दशा के साथ गंदगी को लेकर 'जागरण' की खबर का एसडीएम ने संज्ञान लिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम को वाचनालय में पुस्तकें तक नहीं मिली। अंदर से बाहर तक गंदगी ही गंदगी दिखी। एसडीएम ने 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए सफाई कराने के निर्देश दिए।
वाचनालय एवं पुस्तकालय में राष्ट्रकवि के साहित्य की कुछ पुस्तकें दो अलमारी में रखी थीं, इस समय दोनों अलमारी को कमरे में एक किनारे सटा कर रख दिया गया। कमरे में गंदगी फैली है। अंदर से बाहर तक गंदगी पसरी पड़ी है। एसडीएम शिव प्रसाद ने यह नजारा देखते ही कार्यवाहक ईओ विशाल सिंह व पालिका कार्यालय अधीक्षक कर्मोत्तम सिंह को तलब किया। एसडीएम ने पूछा कि इस साहित्यिक भवन की यह हालत कैसे हो गई। दोनों गेट कैसे खुले हैं। एसडीएम ने पूछा कि वाचनालय एवं पुस्तकालय की चाभी किसके पास है। उन्होंने कहा कि पहले दोनों गेट पर ताले डालें ताकि कोई पशु अंदर न आने पाए। एसडीएम ने सख्त लहजे में नगर पालिका को सफाई का अल्टीमेटम दिया। इसके साथ ही वाचनालय की दीवारों का टूटा हुआ प्लास्टर ठीक कराने और भवन की पुताई कराने के भी निर्देश दिए।
इनसेट
वाचनालय के जिस कमरे में राष्ट्रकवि का साहित्य रखा था वहां से कुर्सी, मेज कहां गयीं, यह पता नहीं है। नगर पालिका के अधिकारी भी कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं। सभी कमरों के ताले खुले पड़े हैं।