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डीएपी की जगह किसानों को दे रहे यूरिया

फतेहपुर, जागरण संवाददाता : मंगलवार को भी डीएपी की रैक नहीं आई। इससे किसान आंदोलित रहे और बिना डीएपी

By Edited By: Published: Wed, 26 Nov 2014 01:05 AM (IST)Updated: Wed, 26 Nov 2014 01:05 AM (IST)
डीएपी की जगह किसानों को दे रहे यूरिया

फतेहपुर, जागरण संवाददाता : मंगलवार को भी डीएपी की रैक नहीं आई। इससे किसान आंदोलित रहे और बिना डीएपी लिए ही केंद्रों से लौटे गए। हालांकि समितियों में डीएपी की जगह अब यूरिया दी जा रही है। यह समितियों में 120 मीट्रिक टन भेज दी गई है।

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सहकारी समिति एवं डीसीएफ केंद्रों में डीएपी की खाद डेढ़ सप्ताह से नहीं है। किसानों गेहूं की बुआई का काम प्रभावित हो रहा है। पीसीएफ गोदाम मंगलवार को भी कई समितियों के सचिव डीएपी लेने आए थे, लेकिन यहां के अधिकारियों ने कहा कि अभी यह खाद नहीं आई है। यूरिया समितियों में भेजी जा रही है। गोदाम में रखी यूरिया समितियों को भेजी जा रही है। कई समितियों में किसान डीएपी की खाद लेने आए थे। न मिलने पर नाराजगी जताते हुए लौट गए है। सचिव यूरिया की बोरी दे रहे थे जिसमें नहीं लिया।

मामले पर पीसीएफ प्रबंधक रामशंकर का कहना था कि डीएपी अभी नहीं आई है। जल्द ही रैक आने की उम्मीद है। कहा कि यूरिया समितियों को भेज दी गई है। डीसीएफ केंद्रों में सीधे खाद पहुंच रही है। जो किसानों को दी जा रही है। कहा कि अभी डीएपी की रैक आने में कई दिन लग जाएंगे। किसानों में खाद किल्लत को देखते हुए यूरिया सीधे फूलपुर प्लांट से मंगवाई जा रही है।

समस्या का शीघ्र होगा समाधान

- समितियों में खाद का टोटा होने के पीछे कालाबाजारी है। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी भी दोषी है। कई समितियों के सचिव कालाबाजारी के आरोपों से भी घिरे है। इस बावत एसडीएम सदर विवेक श्रीवास्तव का कहना था कि कई सचिवों की शिकायतें मिली है। एआर से रिपोर्ट मांगी गई है।


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