किसानों ने प्रदर्शन कर मांगी खाद, सचिव निशाने में
फतेहपुर, जागरण संवाददाता: समितियों में न डीएपी हैं और न ही यूरिया। गुरुवार को बिसौली केंद्र में किसा
फतेहपुर, जागरण संवाददाता: समितियों में न डीएपी हैं और न ही यूरिया। गुरुवार को बिसौली केंद्र में किसानों ने प्रदर्शन करके खाद की मांग की और चेतावनी दिया कि यदि शीघ्र नहीं पहुंती तो आंदोलन किया जाएगा। वहीं एआर राजेंद्र प्रकाश ने समितियों डीएपी एवं यूरिया के खत्म होने पर आश्चर्य व्यक्त किया है। कहा कि भेजी गई खाद आखिर यह कहां गई। इसकी गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है। कहा कि सचिव खाद की काला बाजारी में धरे गए तो मुकदमे दर्ज कराए जाएंगे।
जिले में सहकारी समितियों के 70, फ्रेंचाइजी 14, डीसीएफ के 23 केंद्र है। जिनमें डीएपी एवं यूरिया खाद भिजवाई गई है। एआर (सहायक निबंधक सहकारिता) के मुताबिक केंद्रों में पर्याप्त खाद भेजी गई है। इन्होंने कई समिति के सचिवों पर काला बाजारी की आशंका जताते हुए है कि कहा कि जाते ही केंद्रों में खाद खत्म हो जाती है। कहा कि सचिव खाद लेने के लिए फिर आ जाते हैं। उन्होंने दावा किया कि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष खाद समितियों में कम खाद नहीं भेजी गई है। कहा कि जांच की जा रही है। जल्द ही परिणाम सामने आएंगे।
वहीं सहकारी संघ (डीसीएफ) के 23 केंद्रों में अभी तक खाद नहीं पहुंची है। इससे इलाके के किसान आंदोलित हैं और अधिकारियों पर गुस्सा उतार रहे हैं। उधर इफ्को के प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह तोमर ने फ्रेंचाइजी के केंद्रों को सीधे पहुंचाई है। इससे भी सचिवों में रोष है। ये प्रशासनिक अधिकारियों के निशाने में हैं।
पीसीएफ प्रबंधक रामशंकर का कहना था कि समितियों में लगातार डीएपी, यूरिया भेजी जा रही है। डीसीएफ के खाद सीधे पहुंचाई जाती है। इससे डीसीएफ के केंद्रों के बारे उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
केंद्रों में अब तक भेजी गई खाद
डीएपी : 8690 मीट्रिक टन
यूरिया : 3720 मीट्रिक टन