Move to Jagran APP

विकास की उम्मीदें टूटने पर युवक ने जान दी

बिंदकी, (फतेहपुर) संवाद सहयोगी : विकास की ऐसी तड़पन की सांसद आदर्श ग्राम से गांव का नाम हटने की जानक

By Edited By: Published: Fri, 31 Oct 2014 08:52 PM (IST)Updated: Fri, 31 Oct 2014 08:52 PM (IST)
विकास की उम्मीदें टूटने पर युवक ने जान दी

बिंदकी, (फतेहपुर) संवाद सहयोगी : विकास की ऐसी तड़पन की सांसद आदर्श ग्राम से गांव का नाम हटने की जानकारी पर पूरा गांव आंदोलित हो गया। उम्मीदें टूटने की हताशा पर एक युवक ने शुक्रवार की तड़के सुसाइड नोट लिखकर फांसी के फंदे में झूलकर जान दे दी। खुदकुशी के लिए पानी टंकी में चढ़े दूसरे युवक को 24 घंटे बाद विकास के लिखित आश्वासन पर बचाया जा सका। युवक के जान देने के बाद प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए, कई थानों की पुलिस व अधिकारी टंकी में चढ़े युवक को सकुशल उतारने के लिए दिन भर जूझते रहे।

loksabha election banner

सांसद निरजंन ज्योति ने एक सप्ताह पहले अमौली ब्लाक के चांदपुर को सांसद आदर्श ग्राम में चयन कर लिया था। मानक से अधिक आबादी पर गांव बदलने का फरमान सुनकर विकास की उम्मीदें लगाए पूरा गांव सदमे में आ गया। गांव वाले तमगा बचाने के लिए धरना-प्रदर्शन की रणनीति बना ही रहे थे कि गुरुवार की दोपहर युवक संतोष सिंह चौहान खुदकुशी का ऐलान कर टंकी में चढ़ गया। पूरी रात संतोष नहीं उतरा। उस समय पूरे गांव में हड़कंप मच गया शुक्रवार की सुबह जब यह मालूम हुआ कि पूरी रात संतोष को बचाने के लिए टंकी के पास बैठे रहे 38 वर्षीय अरविंद ने फांसी लगाकर जान दे दी है।

सुबह घटना की जानकारी हुई तो अरविंद के शव को पानी टंकी परिसर में लाकर रख दिया गया। अरविंद ने आत्महत्या करने के पहले सुसाइड नोट में कहा है कि गांव को आदर्श गांव से बदलने व एक भाई के जान देने के प्रयास के कारण मैं जान दे रहा हूं। इस घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया।

दूसरे युवक को बचाने के लिए एएसपी अरविंद मिश्रा, एसडीएम शिव प्रसाद, सीओ निवेश कटियार भारी पुलिस बल, फायरब्रिगेड के दस्ते के साथ पहुंचे। काफी प्रयास कर पानी की टंकी में चढ़े युवक को 24 घंटे बाद शाम तीन बजे उतारा जा सका। प्रशासन की पहल पर भाजपा जिलाध्यक्ष रणवेंद्र प्रताप सिंह व विधायक कृष्णा पासवान के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधि मंडल ने युवक को गांव का विकास सांसद निधि से कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद अरविंद सिंह के शव को उसके परिजनों से बात कर हटा पोस्टमार्टम के लिए भेजने को थाने ले जाया गया। टंकी से उतरे युवक को गांव से आई भीड़ ने जिंदाबाद के नारे लगाते हुए गलियों में घुमाया।

जिलाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि युवक ने फांसी किसी अन्य कारणों से लगाई है। क्षेत्रीय पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट संदिग्ध है। जांच की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.