दिए जले, मिटा अंधेरा, खिले दिल
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : गरीबों की बस्ती में कार से पहुंच कर दिल मिलाया तो बेसहारा परिवारों की दीव
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : गरीबों की बस्ती में कार से पहुंच कर दिल मिलाया तो बेसहारा परिवारों की दीवाली रोशन हो गई। गरीबों के घर दीवाली मनाने की 'जागरण' की पहल ऐसा रंग लाई कि गरीब बस्तियों में इस बार दिए तो जले ही दिल भी खिल उठे। मदद में हाथ उठने से जगमग रोशनी में अमीरों संग खुशियां इतराई और मिल बांट कर त्योहार का जश्न मनाया।
इस साल की दीपावली बदली-बदली सी रही। कुछ लोगों ने ऐसा कर दिखाया कि यह दीपावली उनके लिए यादगार बन गई। दैनिक जागरण ने कुछ अलग करने का संकल्प दिलाया तो पटाखे के धमाके के बजाए गरीबों की दीवाली रोशन करने जुनून एक के बाद एक जुड़ते गए। शहर से लेकर गांव तक दीपावली के दिन गरीब बस्तियों में अमीर लाई-गट्टा, कपड़ा, बर्तन आदि लेकर पहुंचे। इसाईपुरवा की 12 वर्षीय नेहा से ईश्वर ने सब कुछ छीन लिया है। मां की मौत के बाद बूढ़े पिता का सहारा था, लेकिन समय के कुचक्र ने पिता को बीमार कर दिया। अब वह पिता के इलाज व एक साल की बहन की परवरिश की चुनौती से जूझ रही है। जागरण ने बेसहारा नेहा की स्थिति प्रकाशित किया तो भाजपा नगर महामंत्री रवींद्र पाल सिंह व उनके छोटे भाई अरविंद पाल सिंह ने नेहा के घर पहुंचकर कपड़े, कंबल, मिठाई व लाई-गट्टा भेंट किया। मदद पाकर नेहा में आत्म विश्वास झलका और दीवाली की खुशियां उसके चेहरे में भी झलकने लगी।
इसाईपुरवा के विकलांग रामचंद्र के घर की स्थिति यह है कि पत्नी के झाडू-पोछा के मेहनताना से घर चल रहा है। आए दिन शाम का चूल्हा कैसे जले इसकी चिंता रहती है। दीपावली में मुंह मीठा कर जश्न कैसे मनाएंगे यही चिंता इस परिवार को साल रही थी। समाजसेवी अमित त्रिवेदी ने रामचंद्र के परिवार व तुरावली के पुरवा के रूकमणि के घर जाकर लाई-गट्टा व बर्तन भेंट किए।
आनंदपुरम के अतुल कुमार व राजन सिंह हाड़ा ने तेंदुली व महरहा सहित कई गांवों के गरीब परिवारों को चिह्नित कर एक दर्जन से अधिक लोगों को एक बक्सा, कंबल, लाई-गट्टा, मोमबत्ती, झालर, मिठाई व 101 रुपए नकद देकर दीपावली की खुशी बांटी। तेंदुली गांव के गरीब रामखेलावन, सोनी, श्रीमती सहित कई परिवारों में खुशी तैर गई। समाजसेवी रोहित सिंह ने झाऊपुर की गरीब बस्ती में खुशियां बांटी। लाई, गट्टा, पट्टी व मिठाई सहित मोमबत्ती आदि दी।