काम के बोझ ने छुट्टी को लगाया बट्टा
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन का काम बाबुओं के लिए सिर दर्द बन गया। सा
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन का काम बाबुओं के लिए सिर दर्द बन गया। साप्ताहिक छुट्टी में भी बट्टा लग गया। दिन भर प्रमाण पत्रों के सत्यापन का काम होता रहा।
शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक तो बन गए लेकिन अभी तक पगार से बोहनी तक नहीं हो पाई है। कारण कि मास्साब बने शिक्षामित्रों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन का काम नहीं हो पाया है। शुरुआती दौर पर विभाग द्वारा बरती गई सुस्ती परेशानी का सबब बनी हुई है। रविवार को जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में वरिष्ठ खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के आधा दर्जन से ऊपर बाबुओं को इस काम में लगाया गया। हलांकि यह पहले से भी इस काम को कर रहे थे। लेकिन काम ज्यादा होने के चलते यह काम पूरा नहीं कर पाए थे। जिस पर साप्ताहिक छुट्टी के दिन काम पर बुलाया गया। शिक्षामित्रों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन के काम को पूरा कराया गया। बीएसए ओपी त्रिपाठी ने बताया कि शैक्षिक सत्यापन का काम जल्द पूरा करके सत्यापन के लिए बोर्ड-विश्व विद्यालयों को भेजा जाएगा। सत्यापन के आते ही शिक्षामित्रों के तनख्वाह की लगाई जाएगी।
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सुस्त काम पर बरसा संगठन
प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिला अध्यक्ष विक्रम सिंह भदौरिया ने शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सुस्त काम पर नाराजगी व्यक्त की है। रविवार को बीएसए कार्यालय में जाकर शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन के काम को देखा। श्री भदौरिया ने बताया कि इस संबंध में बीएसए से वार्ता हुई है। दो दिन के अंदर सभी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए भेजा जाएगा। उन्होनें कहाकि संगठन की मंशा है जल्द ही वेतन भुगतान करवाया जाएगा। विभाग की सुस्ती किसी तरह से मान्य नहीं होगी।