पहले हो भुगतान फिर शुरू हो नदी में काम
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : ड्रीम प्रोजेक्ट ससुर खदेरी नदी की हालत देखकर सीडीओ भवानी सिंह भौचक रह गए।
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : ड्रीम प्रोजेक्ट ससुर खदेरी नदी की हालत देखकर सीडीओ भवानी सिंह भौचक रह गए। सूखी नदी देखकर आखिर उन्होंने साथ चल रहे अधिकारियों से पूछ ही लिया कि साढ़े तीन करोड़ कहां खर्च कर दिए गए। लाखों की मजदूरी बकाया होने की शिकायत पर उन्होंने कहा कि दीपावली के पहले मजदूरी खाते में भेज दी जाए। भुगतान के बाद नदी में काम शुरू कराया जाएगा।
पहचान खो चुकी ससुर खदेरी नदी को जीवन दान देने के लिए तत्कालीन डीएम कंचन वर्मा ने मनरेगा से साढ़े बाहर करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार करवाया था। वर्ष 2012- 13 में उदगम स्थल ठिठौरा झील से खुदाई का कार्य शुरू हुआ। बच्चों व संगठनों से श्रमदान कर नदी के प्रति जुड़ाव जाहिर किया। डीएम के स्थानांतरण के बाद से नदी का कार्य फिर नहीं शुरू हो पाया। लापरवाही की हद तो तब हो गई जब निरीक्षण करने पहुंचे सीडीओ भवानी सिंह को मालुम हुआ कि डेढ़ साल पहले काम चुके मजदूरों का भुगतान नहीं दिया गया।
नदी के उदगम स्थल ठिठौरा झील से लेकर सीडीओ ने बहुआ, असोथर, तेलियानी ब्लाक की सीमा में आने वाले गांवों के पास नदी की स्थिति देखी। नदी में पानी के ठहराव के लिए मनरेगा से साढ़े तीन करोड़ की पूंजी खर्च हो जाने के बाद भी नदी में पानी नहीं था। सीडीओ ने कहा ठिठौरा झील में में गिरने वाले नालों की सफाई की जरूरत है। घास व खरपतवार होने से झील में पानी ही नहीं आ पा रहा है। प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी कप्तान सिंह को निर्देश दिए कि दीपावली के बाद नदी में काम शुरू कराया जाए। पानी का ठहराव पूरे साल नदी में रहे इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञों की सलाह लेकर चेकडैम बनवाए जाए।
ठिठौरा में लगेगा शिविर
फतेहपुर : बकाया मजदूरी के भुगतान के लिए ठिठौरा झील में शिविर लगाकर अधिकारी मजदूरों से आवेदन लेंगे। जाब कार्ड व प्रधान के प्रमाण पत्र के अवलोकन के बाद मजदूरों के खाते में धनराशि भेजी जाएगी। निचली गंगा नहर के अधिशाषी अभियंता कप्तान सिंह ने बताया कि मजदूरी का लगभग छह लाख बकाया है। खाता नंबर गलत हो जाने से भुगतान नहीं हो पाया था।