जर्जर तारों का आबादी में फैला मकड़जाल
खागा, संवाद सहयोगी : क्षेत्र में जर्जर विद्युत तारों के टूटकर गिरने से आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। आबादी के ऊपर से गुजरी 11 हजार वोल्ट लाइनों से भी लोग दहशत में रहते हैं। खागा, हथगाम, धाता तथा खखरेडू कस्बे से गुजरी हाईवोल्टेज तारों के टूटने से अक्सर ग्रामीण दुर्घटना का शिकार बनते हैं। लोगों का कहना है लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बाद भी जिम्मेदार विभाग के अधिकारी मौन साधे हुए हैं।
हथगाम कस्बे में बाजार, बस स्टाप व बैंक जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर अक्सर तार टूटकर गिरते रहते हैं। अगस्त माह में बस स्टाप के समीप खड़ी निजी बस के ऊपर 11 हजार वोल्ट तार टूटकर गिरने से भगदड़ मच गई। बस में यात्री न होने से बड़ा हादसा तो नही हुआ। लेकिन उसके बाद भी तारों को बदलने के लिए कोई कार्यवाही नहीं शुरू हुई। खखरेडू कस्बे के बाजार में झूलते तारों में उलझकर कई बार वाहन चपेट में आ चुके हैं। खंभों में करेंट उतरने से एक गाय तथा कई आवारा पशुओं की मौत हो चुकी है। कस्बे के लोगों का कहना है दशकों पुरानी तारों में करेंट दौड़ता रहता है। तारें कब टूटकर गिर जाएं, कोई भरोसा नही है। धाता कस्बे में तार टूटने से मार्च महीने में एक दुकान में आग लग गई। जिसमे हजारों रुपये की क्षति हुई। खागा कस्बे के बैरागी का पुरवा, चौड़ाखेर, विजयनगर, पक्का तालाब आदि मुहल्ले के ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन के तार अक्सर टूटकर गिरते रहते हैं। लोगों का कहना है जर्जर तारों की दहशत के चलते वह इनके नीचे से गुजरने में भी खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। वहीं विभाग तारें बदलने के नाम पर टुकड़ों में कार्यवाही कर रहा है।
क्या कहते जिम्मेदार
जहां पर भी जर्जर तारों की शिकायत मिलती है, उन्हे बदलवाया जाता है। बीते कुछ दिनों से ओवरलोड के कारण तारों के टूटने की बातें सामने आई है। उच्चाधिकारियों के समक्ष नए तार मंगवाने के लिए इस्टीमेट भेजा गया है।
-आरबी मौर्या, एसडीओ विद्युत