एसओ ने मुंह बंद रखने के लिए दिया था एक लाख का ऑफर
जाफरगंज, संवाद सूत्र : जिनके ऊपर पीड़ितों को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी है यदि वहीं दुष्कर्म व हत्या के मामले में चुप रहने के लिए पैसे का लालच देने लगे तो तब इंसाफ मिलने की उम्मीद धुंधली हो जाती है। ऐसा ही कुछ मामला नेवातगंज दुष्कर्म व हत्या के मामले में हुआ। जहां थाने के एसओ ने पूरे प्रकरण को दबाने के लिए वादी को ही एक लाख रुपए देने का ऑफर दे डाला। मामले का खुलासा उस समय हुआ जब एसपी विनोद कुमार सिंह किशोरी के घर पहुंचे और वादी से घटना के बावत बातचीत की। रुपये देने की बावत एसपी ने कहा घटना की जांच कराई जाएगी।
गुरुवार को सुबह जैसे ही पुलिस की सरगर्मी बढ़ी तो लोगों की भीड़ भी थाने के आसपास जमा होने लगी। डीआइजी के आने तक थाने के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। डीआइजी से पहले एसपी विनोद कुमार सिंह घटना स्थल पहुंचे। इसके बाद किशोरी के पिता से मिलने उसके घर गए। वहीं पर एसपी से डरते हुए किशोरी के पिता ने बताया कि खुद एसएचओ (थाने के बड़े साहब) ने उसे चुप रहने पर एक लाख रुपये दिलाने की बात कहीं थी। यह सुनकर एसपी की त्योरी चढ़ गई। इस बात का खुलासा एसपी के सामने होने के बाद एसओ कंचन लाल वर्मा के चेहरे की हवाइयां उड़ गई। एसपी से गांव वालों ने दलितों के साथ हो रहे उत्पीड़न की पीड़ा बयां की। एसपी ने कार्रवाई के साथ सुरक्षा का भरोसा दिया तो ग्रामीणों ने सारी घटना को खोल कर रख दी। बताया कि खेत जाने वाली महिलाओं के साथ यहां गांव के शोहदे छेड़छाड़ छींटाकशी करते हैं। गांव के सम्पन्न घराने के लोगों द्वारा किए जा रही ज्यादती की दास्तान सुन कप्तान दंग रह गए। बिना कुछ बोले वापस लौट आए।
पत्रकारों से एसओ के किशोरी के पिता को एक लाख रुपये चुप रहने पर ऑफर दिए जाने का सवाल पूछा तो उन्होंने कहा इस मामले की जांच कराएंगे। मामले की पुष्टि हुई तो कार्रवाई होगी।