लेंटर गिरने से तीन मजदूर दबे, एक की मौत
उठाया जा रहा था लेंटर, जैक फिसलने से हुआ हादसा संवाद सूत्र, कमालगंज : जैक से ऊपर उठाए जाते समय
उठाया जा रहा था लेंटर, जैक फिसलने से हुआ हादसा
संवाद सूत्र, कमालगंज : जैक से ऊपर उठाए जाते समय बरामदे का लेंटर गिर जाने से मजदूरी कर रहे दो सगे भाइयों समेत तीन लोग दब गए। घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आस-पड़ोस के लोगों की मदद से तीनों को मलबे से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां चिकित्सक ने एक को मृत घोषित कर दिया।
फतेहगढ़-कानपुर मार्ग पर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रामलीला मैदान के निकट अख्तर हुसैन का मकान है। मकान के ही एक हिस्से में मशीनरी पार्ट्स की दुकान भी है। मकान के बाहर की ओर बने बरामदे के जीर्णोंद्धार का कार्य चल रहा है। शनिवार को बरामदे का लेंटर ऊंचा करने के लिए जैक लगाकर कार्य किया जा रहा था। यहां गौसपुर निवासी राजमिस्त्री मुशर्रफ, उनके भाई महफूज, पुत्र मुजम्मिल, मुकम्मिल, तालिब, भतीजा मैकू, बहनोई गुड़्डू और गांव का ही पुजारी काम कर रहे थे। इसी दौरान जैक फिसल गई। इसके कारण उठाया जा रहा लेंटर भरभराकर गिर गया। अन्य लोग तो खुद को बचाकर भाग गए, लेकिन मुकम्मिल(22), उसका छोटा भाई तालिब(20) और चचेरा भाई मैकू(19) इसके नीचे दब गए। लेंटर गिरने से मची अफरा-तफरी के बीच मौके पर भीड़ लग गई। कमालगंज थाने के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी घटना की जानकारी दी गई। पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस की मदद से मलबे में दबे मुकम्मिल, तालिब और मैकू को निकाला। इन तीनों को सीएचसी ले जाया गया। यहां डॉ.मान¨सह ने मुकम्मिल को मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
86 हजार रुपये में उठा था ठेका
मिली जानकारी के मुताबिक अख्तर हुसैन ने बरामदे का जीर्णोंद्धार कराने का ठेका मुशर्रफ को दिया था। 86 हजार रुपये में कार्य तय हुआ था। बताया जाता है कि बरामदे का लेंटर तोड़कर नया बनाने की बात थी, लेकिन राजमिस्त्री मुशर्रफ ने अख्तर को भरोसा दिलाया कि जैक लगाकर लेंटर को ऊपर उठा दिया जाएगा। इस पर अख्तर ने भी हामी भर दी। कार्य होने के दौरान ही घटना घट गई।
गश खाकर गिरी मां
मुकम्मिल के परिवार में पिता मुशर्रफ के अलावा मां अंजुम बेगम, भाई मुजम्मिल, तालिब, बिलाल, दो बहनें चांद और आयशा भी हैं। घटना की जानकारी मिलते ही मां अंजुम अपने बच्चों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गईं। बेटे का शव देख वह वहीं गश खाकर गिर पड़ीं। परिजनों ने किसी तरह संभाला।