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वार्डन के कमरे में आराम करतीं मिलीं शिक्षिकाएं

- नहीं सुधर रही 'बा' स्कूलों में पढ़ाई जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालि

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Feb 2017 01:00 AM (IST)Updated: Sun, 26 Feb 2017 01:00 AM (IST)
वार्डन के कमरे में आराम करतीं मिलीं शिक्षिकाएं
वार्डन के कमरे में आराम करतीं मिलीं शिक्षिकाएं

- नहीं सुधर रही 'बा' स्कूलों में पढ़ाई

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जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की वार्डन व शिक्षिकाओं के मानदेय में दो गुने से ज्यादा की वृद्धि के बावजूद 'बा' स्कूलों में पढ़ाई नहीं सुधर रही। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को राजेपुर के कस्तूरबा विद्यालय में पूर्णकालिक शिक्षिकाएं वार्डन के कमरे में आराम फरमाती मिलीं।

जिला समन्वयक के विद्यालय पहुंचने पर कुछ छात्राएं स्कूल के मैदान में थीं, तो कुछ कक्षाओं में। पढ़ाई का समय होने के बावजूद फुल टाइम टीचर शिक्षण कक्ष के बजाए वार्डन कक्ष में मौजूद थीं। कुछ अन्य विद्यालयों में भी गंभीरतापूर्वक पढ़ाई न होने की शिकायत है।

नहीं मिल रहा हल्दीराम का छेना

खाद्यान्न सामग्री के निरीक्षण में गड़बड़ी उजागर हुई। टेंडर की शर्त के अनुसार छात्राओं को हल्दीराम का छेना मिलना चाहिए। दूध से बने पदार्थ अमूल के मिलने थे, लेकिन यह सामान नहीं मिल रहे। जिला समन्वयक ऋचा यादव ने बताया कि खाद्यान्न सामग्री आपूर्ति में नियमों का उल्लंघन हो रहा है। शिक्षिकाओं के शिक्षण कक्ष में न मिलने की रिपोर्ट भेजी जा रही है।

नवीनीकरण आख्या मांगी

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप चौधरी व जिला समन्वयक ने खंड शिक्षा अधिकारियों से कस्तूरबा विद्यालय की शिक्षिकाओं व कर्मचारियों के नवीनीकरण को गोपनीय आख्या मांगी है।


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