सदर एसडीएम नपे, रमेश चंद्र को जिम्मेदारी
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : अवैध खनन, अवैध कब्जे और वसूली की शिकायतें पीसीएस अफसर सुरेंद्र ¨सह
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : अवैध खनन, अवैध कब्जे और वसूली की शिकायतें पीसीएस अफसर सुरेंद्र ¨सह के लिए आखिरकार मुसीबत का सबब बन गईं। अवैध खनन के खिलाफ शुरू किए गए समाचारीय अभियान के बाद एसपी की तरह हरकत में आए डीएम ने सुरेंद्र ¨सह को सदर तहसील के उपजिलाधिकारी पद से हटा दिया। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट रहे रमेश चंद्र यादव को सदर तहसील का नया उपजिलाधिकारी बनाया गया है।
सदर तहसील क्षेत्र में ही सबसे ज्यादा अवैध खनन होता है। नियमत: खनन रोकने की जिम्मेदारी संबंधित तहसील के उपजिलाधिकारी की होती है। जागरण ने जब अवैध खनन की खबरों पर जिलाधिकारी प्रकाश ¨बदु का पक्ष लिया था तो उन्होंने कहा था कि संबंधित तहसील के उपजिलाधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शनिवार दोपहर में उपजिलाधिकारी सदर के पद से सुरेंद्र ¨सह को हटा दिया गया। वह 10 अक्टूबर 2015 से लगातार सदर तहसील के एसडीएम थे। डीएम ने उनके स्थान पर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट रमेश चंद्र यादव को जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने दोपहर बाद सदर तहसील पहुंचकर कार्यभार भी संभाल लिया। अब उनके सामने भी अवैध खनन रोकने की बड़ी चुनौती है।
सदर विधायक ने भी की थी शिकायत
उपजिलाधिकारी सदर के पद पर तैनात रहे सुरेंद्र ¨सह की शिकायत सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने भी शुक्रवार रात डीएम से की थी। दरअसल बड़ी संख्या में लोगों ने सुरेंद्र ¨सह पर गंभीर आरोप लगाए थे। सुनील दत्त ने दावा किया कि सुरेंद्र ¨सह के विरुद्ध अवैध वसूली से लेकर अवैध तरीके से भूमि कब्जे कराने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। इन्हीं शिकायतों के क्रम में उन्होंने डीएम प्रकाश ¨बदु से सुरेंद्र ¨सह को हटाने के लिए कहा था। सदर विधायक ने कहा कि किसी भी हाल में जनता का उत्पीड़न करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। जो अधिकारी ईमानदारी और निष्पक्षता से कार्य करेंगे, उन्हें पूरा सहयोग किया जाएगा।