बीड़ी की ¨चगारी से आतिशबाजी में विस्फोट, तीन झुलसे
- एटा जिले के अलीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सिमौरा में घटना - घायल लोहिया अस्पताल रिफर, लेकिन गए नि
- एटा जिले के अलीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सिमौरा में घटना
- घायल लोहिया अस्पताल रिफर, लेकिन गए निजी चिकित्सक के यहां
कायमगंज, संवाद सहयोगी : दीपावली पर बिक्री के लिए बनाकर रखे गए पटाखों में बीड़ी से गिरी ¨चगारी के कारण विस्फोट हो गया। वहीं पास में बैठकर आतिशबाजी बना रहे छात्रों समेत तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए। इलाज के लिए इन्हें कायमगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने लोहिया अस्पताल के लिए रिफर किया, लेकिन घायल प्राइवेट चिकित्सकों की शरण में चले गए।
एटा जनपद के अलीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सिमौर में आतिशबाजी बन रही थी। एक ओर तैयार हुआ माल रखा जा रहा था तो दूसरी ओर आतिशबाजी बनाने का कार्य भी चल रहा था। गांव के ही सौरभ(17) पुत्र संतोष वाल्मीकि, आकाश(15) पुत्र कल्लू ¨सह अनार में बारूद भर रहे थे। इसी बीच वहां जितेंद्र(40) आ गया। उसने वहां बैठकर बीड़ी पीना शुरू कर दी। किसी तरह बीड़ी की ¨चगारी तैयार आतिशबाजी पर गिर गई और इसके कारण अनार व बारूद में जोरदार धमाके के साथ विस्फोट हुआ। इससे आसपास के लोगों में अफरातफरी मच गई। धमाके की आवाज सुनकर ग्रामीण घटनास्थल की दौड़ पड़े। गंभीर रूप से झुलसे सौरभ, आकाश और जितेंद्र को परिजन निजी वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। यहां प्राथमिक उपचार करने के बाद डाक्टर ने लोहिया अस्पताल के रिफर कर दिया। परिजन तीनों को लोहिया अस्पताल ले जाने की बात कहकर निकले, लेकिन प्राइवेट चिकित्सक के यहां चले गए।
पेट के लिए खतरे में डाल रहे ¨जदगी
विस्फोट की घटना में घायल हुआ आकाश कक्षा आठ का छात्र गरीब तबके से है। उसके पिता कल्लू ने बीमारी से परेशान आकर तीन माह पूर्व ही फांसी लगाकर खुदकशी कर ली थी। रोजी-रोटी के लिए ¨जदगी खतरे में डालकर कार्य कर रहा था। इसी तरह घटना में घायल सौरभ कक्षा नौ का छात्र है। चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर का सौरभ भी परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए दीपावली पर इस काम में लग गया था। जितेंद्र तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा है और अविवाहित है। गृहस्थी चलाने के लिए वह भी कभी-कभी आतिशबाजी बनाने का कार्य कर लेता है।