मुलायम के भतीजे के साथ पम्पी ने भरा पर्चा
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : सपा सुप्रीमो मुलायम ¨सह यादव के भतीजे अंशुल यादव के साथ डीएम कक्ष में
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : सपा सुप्रीमो मुलायम ¨सह यादव के भतीजे अंशुल यादव के साथ डीएम कक्ष में पहुंच कर पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी बाबू ने नामांकन किया। स्थानीय प्राधिकारी(29 फर्रुखाबाद-इटावा) विधान परिषद सदस्य चुनाव के लिये सपा प्रत्याशी पुष्पराज जैन ने बुधवार दोपहर कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकार के न्यायालय कक्ष में पहुंच कर नामांकन पत्रों के चार सेट दाखिल किये। नामांकन में शामिल होने के लिये अंशुल यादव व विजय बहादुर पाल के अलावा दिबियापुर विधायक प्रदीप यादव व इटावा के एमएलए रघुराज ¨सह शाक्य लगभग दो घंटा पूर्व से ही कलेक्ट्रेट पहुंच गये थे। लगभग डेढ़ बजे वह विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी, राजेपुर ब्लाक प्रमुख सुबोध यादव, सपा जिलाध्यक्ष चंद्रपाल ¨सह यादव, महानगर अध्यक्ष विश्वास गुप्ता के अलावा अन्य जनपदों से आये समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। नामांकन पत्र पर विजय बहादुर पाल, विधायक अनिल कुमार दोहरे व विधायक अर¨वद ¨सह के अलावा दिलीप ¨सह, प्रदीप कुमार, शरद कुमार ¨सह, जितेंद्र कुमार ¨सह, दिनेश कुमार, राजेश व गिरीश ने हस्ताक्षर किये।
चार नामांकन पत्रों में शामिल 40 प्रस्तावकों व पार्टी पदाधिकारियों, विधायकों और ब्लाक प्रमुखों आदि की मौजूदगी के चलते नामांकन कक्ष में काफी गहमा-गहमी रही। सपाइयों के भीड़ में आगे पहुंचने की होड़ में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई अंशुल यादव पीछे खड़े रह गये। बाद में पम्पी बाबू ने आवाज देकर उन्हें आगे बुलाया और नामांकन का एक सेट उनके हाथों से डीएम को प्राप्त कराया।
चेहरा दिखाने की होड़ में सपाइयों की धक्का-मुक्की
सपा प्रत्याशी पम्पी बाबू नामांकन के बाद अन्य पार्टी नेताओं के साथ डीएम के कार्यालय कक्ष में जाकर बैठ गये। पार्टी नेताओं को चेहरा दिखाने को अंदर घुस रहे कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा कर्मियों से धक्का-मुक्की कर दी। बाद में एसपी राजेश कृष्ण ने स्वयं कुछ सपाइयों को धकिया कर बाहर किया और कक्ष का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। ऐसा ही कुछ नजार नामांकन के लिये आते समय कलेक्ट्रेट गेट पर देखने को मिला। सपाइयों को रोकने में सुरक्षा कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री के पीआरओ को पुलिस ने गेट पर रोक दिया। बाद में मंत्री के कहने पर उन्हें अंदर जाने दिया गया। पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत के पति डा.रामकृष्ण राजपूत को भी पुलिस ने अंदर नहीं जाने दिया। बाद में वह पीछे के गेट से कलेक्ट्रेट के अंदर पहुंचे।