साल भर बाद फिर से एक्शन-रिप्ले
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट 'स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत मिशन' की पहली
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट 'स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत मिशन' की पहली वर्षगांठ एक साल पूर्व हुए फोटो सेशन का एक्शन-रिप्ले ही साबित हुई। गांधी जयंती पर शुक्रवार को एक बार फिर सफाई कर्मियों के जत्थे के साथ छावनी परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सेंटर एरिया की चमचमाती सड़कों पर झाड़ू लगाई। वहीं मुश्किल से सौ मीटर की दूरी पर मोहल्ले में कूड़े के ढेर लगे थे। विगत वर्ष भी नजारा कुछ ेऐसा ही था, बस 'किरदार' बदले हुए थे।
क्लीन इंडिया के केंद्र सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल होने के बावजूद, संसाधन और कर्मचारियों के अभाव का रोना रोने वाले स्थानीय निकायों की ही तरह, छावनी परिषद क्षेत्र में भी हालात कुछ बहुत अलग नहीं हैं। हालांकि हालात नगर पालिका क्षेत्र से बेहतर हैं, लेकिन सेना की बैरिकों व सैन्य अधिकारियों के बंगला एरिया को छोड़ दें तो छावनी परिषद में आम लोगों की बस्ती में कूड़े के ढेर नजर आ जायेंगे। प्रधानमंत्री के आह्वान पर विगत वर्ष गांधी जयंती पर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत तत्कालीन कैंट अधिशासी अधिकारी एमपीआर त्रिपाठी ने काफी जोर-शोर से की थी। सड़कों पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया गया था। बाद में उन्होंने नौगवां स्थित ट्रेंचिग ग्राउंड में कचरे से खाद बनाने की परियोजना भी शुरू की थी। घरों से कचरा संकलित करने का काम किसी एनजीओ को देने की भी योजना थी, लेकिन वह परवान न चढ़ सकी। ठीक एक साल बाद फिर गांधी जयंती पर शुक्रवार को बिल्कुल वही नजारा दिखा। बस अंतर यह था कि इस बार सीईओ के रोल में विनीता देशपांडे थीं। अन्य कर्मचारी वही थे। हद तो यह है कि अभियान में छावनी परिषद के सभासद तक शामिल नहीं हुए। मोहल्ले में हो रहे कार्यक्रम के नाते शीशमबाग की सभासद के पति अनवर जमाल जरूर सीईओ के साथ नजर आये। ¨पटो गेट के सामने सीईओ के साथ सिनेटरी इंस्पेक्टर व कार्यालय कर्मचारियों ने झाड़ू थामी। यहीं से 100 मीटर की दूरी पर शीशमबाग मोहल्ले में कूड़े के ढेर को आवार जानवर रौंदते दिखे। कसिमबाग व नौगवां क्षेत्र में भी सड़क के किनारे कूड़ा पड़ा था। सिनेटरी इंस्पेक्टर नवाब इदरीस बताते हैं कि सुबह के समय कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां अभियान में लगे होने से दोपहर बाद मोहल्लों का कूड़ा उठवाया गया। उन्होंने बताया कि इस बार गांधी जयंती से पूर्व वार्डवार सफाई अभियान चला कर पूरी सफाई कर दी गयी। इस अभियान को लगातार जारी रखा जायेगा।
सहयोग के बिना नहीं बदलेगी की सूरत
स्वच्छता का सपना नागरिकों के सहयोग के बिना पूरा नहीं हो सकता। इसके लिये ईमानदारी के साथ व्यापक जनजागरण अभियान जरूरी है। लेकिन यह काम सभासदों की सहभागिता के बिना आसान नहीं है। छावनी परिषद प्रशासन को इसके लिये कार्ययोजना बनाकर लोगों को साथ लेने का प्रयास करना होगा। एक दिन झाड़ू लगा कर अभियान को छोड़ने से काम नहीं चलेगा। आम आदमी इसे भी अधिकारियों की ड्यूटी में शामिल तमाशा मानकर दूर से ही देखता रह जाता है। उसमें सहयोग व सहभागिता की भावना नहीं पैदा हो पाती है।