युवाओं में सिक्स पैक बनाने की ललक
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : शारीरिक फिटनेस का फंडा युवाओं में ट्रेंड बन रहा है। स्मार्ट बनने के सा
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : शारीरिक फिटनेस का फंडा युवाओं में ट्रेंड बन रहा है। स्मार्ट बनने के साथ ही शरीर की बनावट पर भी खास ध्यान उनकी दिनचर्या में शामिल है। युवाओं में सिक्स पैक, ऐठ पैक बनाने का शौक भी तेजी से बढ़ा है। रूपहले पर्दे पर अभिनेताओं की बॉडी उन्हें लुभाती है। उनके जैसी बॉडी और मसल्स बनाने को युवा जिम में पसीना बहा रहे हैं। प्रशिक्षकों से गुर भी सीख रहे हैं। व्यायाम व योगा पर भी जोर है। युवाओं में आदर्श व्यक्तित्व के पैमाने बदल गए हैं। परफेक्ट शरीर बनाने के प्रति अधिकांश युवा बेहद संजीदा हैं। कई अभिनेताओं की मसल्स उन्हें भा रही है। उनके लिए शारीरिक स्वास्थ्य व खूबसूरत चेहरा ही बेहतर व्यक्तित्व की कसौटी अब नहीं रहा। वरन फिटनेस और बॉडी बनाने के लिए कोई भी प्रयोग और कितनी भी मेहनत के लिए तैयार हैं। इसके लिए वह जिम में 500 से एक हजार रुपये माह तक खर्च भी कर रहे हैं। बॉडी व मसल्स बनाने के लिए जिम में चेस्ट प्रेस, बैक मशीन, सोल्डर प्रेस, बाई सेफ व ट्राई सेफ मशीनों का उपयोग युवा कर रहे हैं। हेल्दी लोग स्ट्रीम बाथ कराते हैं। इसमें भाप देकर शरीर की चर्बी कम की जाती है। ट्रेड मील से फिट रहने के लिए पसीना बहाया जा रहा। युवतियां भी बड़ी संख्या में जिम के प्रति आकर्षित हो रहीं। लोहाई रोड स्थित महिला जिम में युवतियां वर्जिस करने जाती हैं। ब्रह्मदत्त स्पोर्ट्स स्टेडियम के जिम में भी युवा रमे रहते हैं।
पावर योगा के प्रति भी रूझान
योग प्रशिक्षक पंकज शर्मा कहते हैं कि जो युवा महंगे जिम के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते, वह पावर योगा अपना रहे हैं। खराब लाइफ स्टाइल से होने वाले नुकसान का पावर योगा बचाव करता है। सूर्य नमस्कार के 12 आसनों और कुछ अन्य आसनों को मिलाकर इसे युवाओं के लिए बनाया गया। कुल 45 मिनट का समय लगता। इससे शरीर का स्टेमिना, ताकत व लचीलापन बढ़ता है। रक्त संचार व रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
शरीर और मस्तिष्क दोनों स्वस्थ
ब्रह्मदत्त स्पोर्ट्स स्टेडियम के कोच सर्वेंद्र ¨सह यादव का कहना है कि जिम का चुनाव करते समय हमेशा यह ध्यान रहे कि बॉडी और माइंड दोनों को फिट करने जा रहे हैं। जिम में इस्तेमाल होने वाले उपकरण ब्रांडेड व अच्छे होने चाहिए। प्रशिक्षक द्वारा अभ्यास सही तकनीक से कराना जरूरी है। फिजियोथैरेपिस्ट व न्यूट्रिशनिस्ट भी होने चाहिए। जल्दी से जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में डाइट सप्लिमेंट का सहारा लेने से शरीर पर बुरा असर पड़ता है। हार्मोन से जुड़ी बीमारी हो सकती है।
टहलने व खेलने के बजाए जिम
जिम संचालक ¨पटू यादव कहते हैं कि कई युवा टहलने, खेलने और कठिन मेहनत के बजाए जिम में आना पसंद करते हैं, क्योंकि वहां हर व्यक्ति के अलग-अलग शरीर की जरूरत के हिसाब से व्यायाम कराया जाता।