बल्लियों पर झूलते बिजली के तार बने जी का जंजाल
कमालगंज, संवाद सूत्र : क्षेत्र के लोहिया गांव जीरागौर में पोल न मिलने पर बिजली विभाग के अधिकारियों न
कमालगंज, संवाद सूत्र : क्षेत्र के लोहिया गांव जीरागौर में पोल न मिलने पर बिजली विभाग के अधिकारियों ने बल्लियों पर लाइनें बिछा दी हैं। अंबेडकर व जनेश्वर मिश्र ग्राम योजना में चयनित होने के बावजूद गांव की विद्युत समस्या का समाधान नहीं हो सका। जिससे ग्रामीण विद्युत समस्या से जूझ रहे हैं।
वर्ष 2015-16 में लोहिया गांव में चयनित हुए जीरागौर का आलम यह है कि गांव को गई मुख्य विद्युत लाइन खेतों में झूल रही है। गांव में विद्युत आपूर्ति के लिए कोई ट्रांसफार्मर नहीं है। गांव के समीर हुसैन, निसारत, शारिक हुसैन, शहजादे, नौशाद हुसैन, तशरीफुल, मो.सुभान आदि ने बताया कि वह लोग 20 वर्ष से विद्युत समस्या से जूझ रहे हैं। सैकड़ों बार विद्युत अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों को समस्या बता चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। सबसे पहले जीरागौर अंबेडकर गांव में चयनित हुआ था। गांव में दर्जन भर खंभे लगाकर विद्युत लाइन खींची गई। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में गांव की लाइन नलकूप की विद्युत लाइन के ट्रांसफार्मर से जोड़ दी गई थी। 20 वर्ष गुजरने के बाद भी गांव का ट्रांसफार्मर नहीं लग सका। नलकूप वाले जब अपने ट्रांसफार्मर से गांव की लाइन हटा देते हैं तो गांव की विद्युत आपूर्ति ठप हो जाती है। ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर लगवाने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि आधा दर्जन हैंडपंप खराब पड़े हैं। सफाई कर्मी भी नियमित नहीं आता।
वहीं प्रधान सुशीला देवी के पुत्र रंजीत ने बताया कि लोहिया गांव चयनित होने पर 52 आवासों की सूची भेजी थी। लेकिन उनकी धनराशि नहीं आयी। केवल शौचालय मिले हैं। शीघ्र ही निर्माण शुरू कराया जायेगा। अमानाबाद व जीरागौर में 10 नलकूप हैं। 100 केवीए का एक ट्रांसफार्मर है। उसी से गांव की लाइन जुड़ी है। ओवरलोड के कारण समस्या रहती है।
उधर खंड विकास अधिकारी शिवप्रकाश ने बताया कि लोहिया गांव जीरागौर में 78 शौचालय स्वीकृत हो गए हैं। विद्युतीकरण के लिए गांव लक्षित है। धन स्वीकृत होने पर कार्य कराया जाएगा।