हुसैनपुर तक नहीं पहुंची विकास की किरण
अमृतपुर, संवाद सहयोगी : तहसील मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर बदायूं मार्ग पर बसे ग्राम पंचायत राजपुर क
अमृतपुर, संवाद सहयोगी : तहसील मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर बदायूं मार्ग पर बसे ग्राम पंचायत राजपुर के मजरा हुसैनपुर की आबादी करीब 1700 है। आधा दर्जन लोग सरकारी नौकरी करने से गांव छोड़कर शहर में रहने लगे हैं। अधिकांश ग्रामीण खेती व मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। गांव में रोजगार न होने से युवक बेरोजगार हैं। बेमौसम बरसात से अधिकांश गेहूं की फसल बरबाद हो गई। आलू का भाव कम मिलने से लागत भी नहीं निकली। इससे किसानों के सामने परिवार के भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है। सरकार गांवों के विकास के लिए तमाम योजनाएं चला रही है, लेकिन हुसैनपुर में विकास की एक किरण तक नहीं पहुंची। गांव में नालियां न होने से कच्ची गलियों में भरे बजबजाते कीचड़ से निकलना मुश्किल है।
गांव में विद्युत पोल पर जर्जर तार लटक रहे हैं। ग्रामीणों को तीन-चार घंटे ही बिजली नसीब हो पाती है। पेयजल योजना के तहत राजपुर में पानी की टंकी का निर्माण कराया गया। आपूर्ति के लिए हुसैनपुर तक तीन किलोमीटर पाइप लाइन बिछाया गई, लेकिन घटिया प्लास्टिक के पाइप फट जाने से गांव में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है, जिससे पानी की टोटियां शोपीस बनी हैं। गांव में लगे अधिकांश इंडिया मार्का हैंडपंप खराब हैं। ग्रामीणों को पीने के पानी की समस्या है। गांव में प्राइमरी विद्यालय है, लेकिन जूनियर विद्यालय न होने से दूसरे गांवों में बच्चों को पढ़ने के लिए जाना पड़ता है। सफाई कर्मी कभी गांव में नहीं आया।
गांव के शिवदयाल, शिवदेश व राजकुमार बताते हैं कि ग्राम प्रधान ने मनरेगा में चकरोड पर तीन वर्ष पहले मिट्टी का कार्य कराया था। अभी तक मजदूरी का भुगतान नहीं मिला है। बालकराम, प्रदीप, छोटे, बृजमोहन बताते हैं कि किसी जनप्रतिनिधि ने गांव में विकास कार्य कराना तो दूर चुनाव के बाद गांव में आना भी मुनासिब नहीं समझा। गांव के राजकुमार भूमिहीन हैं। वह मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं, उनके पांच बच्चे हैं, बेटी की शादी हो गई। वह परिवार के साथ एक छप्पर में गुजर बसर करते हैं। उनके जैसी स्थिति शिवदयाल, गंगाराम, बालकराम, जगपाल आदि अन्य ग्रामीणों की भी है।
ग्राम प्रधान सावित्री देवी ने बताया कि हुसैनपुर में कई गलियों में नाली, खड़ंजा का कार्य कराया है। आधा सैकड़ा शौचालय बनवाए गए हैं।