'मुफ्त की रोटी तोड़ रहे डीसी'
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के निरीक्षण में प्रभारी सचिव ने सर्व शिक
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के निरीक्षण में प्रभारी सचिव ने सर्व शिक्षा के जिला समन्वयकों (डीसी) की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि डीसी मुफ्त की रोटी तोड़ रहे हैं, उन्हें स्कूलों में दौड़ लगानी चाहिए। बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन कार्यक्रम प्रगति से असंतुष्ट दिखे। सचिव ने स्कूलों से गोल रहने वाले शिक्षकों के मोबाइल सर्विलांस में लगवाने के निर्देश दिए।
सचिव संजय प्रसाद ने गुरुवार सुबह दौरे की शुरुआत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से की। बीएसए योगराज ¨सह बोले, दो माह पहले ही आया हूं। आडिट आपत्तियों की पूछी तो लेखाधिकारी गजेंद्र ¨सह गौर बोले कोई आपत्ति पेंडिंग नहीं है। सचिव बोले, क्यों भ्रामक सूचना दे रहे हो, आडिट आपत्तियां तो होंगी ही। डीएम एनकेएस चौहान ने कहा कि आडिट आपत्ति निस्तारण की अनुपालन आख्या दिखाओ।
गोल रहने वाले शिक्षकों के मोबाइल सर्विलांस में लगाने के निर्देश
स्कूल न जाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई पूछी तो बीएसए ने बताया कि तीन शिक्षकों को सेवा बर्खास्तगी का अंतिम नोटिस दे दिया गया है। समय पर विद्यालय न जाने व नियमित ठहराव न करने के आदी शिक्षकों के स्कूल समय में सर्विलांस पर मोबाइल लगाकर लोकेशन लेकर उपस्थिति जांचने के निर्देश दिये। प्रशासनिक अधिकारियों की निरीक्षण आख्याएं मांगी।
सूचना न देने वाले प्रधानाचार्यो का रोका जाए वेतन
एमडीएम में 100 विद्यालयों द्वारा आईबीआरएस डाटा में सूचना न दिये जाने की जानकारी पर सचिव ने कहा कि अनुदानित जूनियर व इंटर कालेजों द्वारा सूचना न देने वाले प्रधानाचार्यों का वेतन रुकवाया जाये। यूनीवर्सल सूचना प्रपत्र (यू डायस) की समीक्षा में बढ़पुर ब्लाक का छात्र पंजीकरण घटने पर कहा कि विश्लेषण क्यों नहीं किया गया। कार्यालय के पुराने भवन में छत की टीन के तख्ते लटकने पर बीएसए को टोका। बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन कार्यक्रम प्रगति से असंतुष्ट हुये। कर्मचारी द्वारा गुलाब के फूलों की माला पहनाने का प्रयास किया गया तो सचिव बोले, यह सब नहीं।
लोहिया ग्राम में भी स्कूल निर्माण को बजट नहीं
सचिव ने लोहिया ग्राम की असेवित बस्तियों में स्कूल निर्माण की पूछी तो बीएसए ने बताया कि भगुना आतनपुर व कुड़रीखेड़ा में प्राइमरी तथा कुंदन नगला में उच्च प्राथमिक स्कूल बनना है, लेकिन बजट नहीं मिला।