ग्रामीण की हत्या कर शव फेंका
राजेपुर, संवाद सूत्र : पट्टे की जमीन पर कब्जा छुड़ाने का प्रयास कर रहे ग्रामीण की दबंगों ने हत्या दी।
राजेपुर, संवाद सूत्र : पट्टे की जमीन पर कब्जा छुड़ाने का प्रयास कर रहे ग्रामीण की दबंगों ने हत्या दी। वह पांच दिन से लापता था। उनका क्षत विक्षत शव रविवार की सुबह खेतों में पड़ा मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, जिसकी रिपोर्ट में मौत का कारण सिर पर भारी वस्तु का प्रहार किया जाना बताया गया। पिता-पुत्र समेत तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव दीनदयाल बाग निवासी रामनाथ राजपूत उर्फ बाबा (55) छह वर्ष से गांव महमदपुर गढि़या में राजू के यहां रह रहे थे। रामनाथ को शहर कोतवाली के गांव अमेठी कोहना में वर्ष 1993 में पांच बीघा जमीन पट्टे पर मिली थी। जिस पर अमेठी कोहना निवासी लखमी शाक्य व मान¨सह शाक्य कब्जा किए हैं। रामनाथ कई बार अधिकारियों को कब्जा हटवाने के लिए प्रार्थनापत्र दे चुके थे। 15 अक्टूबर को वह गांव महमदपुर गढि़या से लेखपाल हरमुख पाल के बुलावे पर अमेठी कोहना के भैरवघाट आये थे। लेखपाल वहां दूसरी जमीन की नाप कर रहे थे। उसी दिन से वह लापता हो गये। परिजन उनकी तलाश में जुटे हुए थे। रविवार सुबह थाना राजेपुर के गांव चाचूपुर के एक खेत में उनका क्षत-विक्षत शव मिला। सूचना पर पहुंचे दीनदयाल बाग निवासी शिवकुमार अन्य परिजनों ने शव की शिनाख्त की। सीओ अमृतपुर व राजेपुर थानाध्यक्ष महिपत ¨सह गौर ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। सीओ कालूराम दोहरे ने बताया कि शिवकुमार की तहरीर पर गांव अमेठी कोहना निवासी लखमी शाक्य, उनके पुत्र मलिखान शाक्य व गांव के ही मान¨सह शाक्य के खिलाफ रामनाथ की हत्या का मुकदमा राजेपुर थाने में दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि रामनाथ को कई साल पहले पट्टे की जमीन पर कब्जा दिला दिया गया था, लेकिन लखमी आदि ने पुन: कब्जा कर लिया। मृतक कब्जा हटवाने के लिए पैमाइश कराना चाहते थे। इसी वजह से उनकी हत्या की गई है। आरोपियों की तलाश में छापे मारे गये, वह घरों से भागे हुए हैं। वहीं शव का पोस्टमार्टम डा.कालिका प्रसाद ने किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रामनाथ की मौत 75 से 100 घंटे पूर्व सिर में आयी चोट से उनके कोमा में चले जाने के कारण होने की पुष्टि की गई है। पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया।