64 वर्ष पुरानी है कायमगंज की रामलीला
श्री रामलीला समिति का पंजीकरण वर्ष 1950 में हुआ था। पहले दिन व रात दोनों समय रामलीला होती थी। स्थान
श्री रामलीला समिति का पंजीकरण वर्ष 1950 में हुआ था। पहले दिन व रात दोनों समय रामलीला होती थी। स्थान उपलब्ध न होने से दिन की रामलीला बंद हो गयी। रामलीला की सवारी भी निकलना बंद हो गयी।
आकर्षण
कायमगंज में रामलीला का रात्रिकालीन मंचन पद्मश्री हरि गोविंद महाराज वृंदावन के पुत्र अवधेश के निर्देशन में सीपी ग्राउड में हो रहा है। आकर्षक मंच, प्रकाश, पाश्र्र्व संगीत व गायन के बीच कलाकारों का पात्रों के चरित्र में श्रद्धा भाव के अभिनय से मंचन जीवंत हो जाता है। मंडली के कलाकार दिन में रासलीला का मंचन भी करते है।
सजावट
रामलीला की मंच सज्जा उच्च स्तरीय है। दृश्य के अनुरूप बैक ग्राउड में महल, जंगल, नदी आदि कपड़ों की आकर्षक पेंटिंग वाले परदों से मंच को आकर्षक बनाया जाता है। इस वर्ष विजयदशमी पर रावण दहन पर जोरदार सजावट व आतिशबाजी की खास व्यवस्था की गयी। भरत मिलाप परपरागत ढग से गल्ला मंडी में होगा।
रामलीला ग्राउंड है ही नहीं
6 दशक से अधिक पुरानी समिति के पास न तो रामलीला ग्राउड है, न रावण दहन का स्थल। पहले रामलीला नोनियमगंज के गड्ढे में होती थी, फिर विद्या मंदिर कालेज में भी कई वर्षो तक हुई। अब मंडी समिति परिसर में केवल रावण दहन का आयोजन होता है।