सहकारी चुनाव आयोग के गठन से अब मुश्किल होगी धांधली
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : सहकारिता चुनाव में राजनीतिक हस्तक्षेप की शिकायतों के बाद अब राज्य स्तर पर सहकारी चुनाव आयोग का गठन कर दिया गया है। इसमें जिलाधिकारी को जिला निर्वाचन अधिकारी और एआर कोआपरेटिव को सहायक निर्वाचन अधिकारी नामित किया गया है।
सहायक निबंधक सहकारी समितियां एसएस यादव ने बताया कि राज्यस्तर पर सहकारी चुनाव आयोग के गठन के बाद चुनावों में अधिक पारदर्शिता की उम्मीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि सहकारिता, गन्ना विकास, आवास विकास, मत्स्य पालन विभाग, दुग्ध विकास, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग, खादी एवं ग्रामोद्योग और रेशम उद्योग विभाग के अंतर्गत आने वाली सहकारी समितियों का चुनाव सहकारी चुनाव आयोग करायेगा।
आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार मतदाता सूचियों का प्रकाशन कर दिया गया है। इसके बाद सदस्यों के चुनाव के लिए 2 सितंबर को नामांकन और 12 सितंबर को मतदान होना है। प्रबंध कमेटी के चुनाव के लिए 20 सितंबर को नामांकन और 29 सितंबर को मतदान होना है। सभापति व उपसभापति के लिए 30 सितंबर को ही नामांकन और मतदान होगा।