दूसरे सोमवार को भोले के रंग में नहाई अपरा काशी
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : शिव भक्ति से सराबोर श्रावण के दूसरे सोमवार को मानों भोले के रंग में अपरा काशी रंग गयी। शिव मंदिरों में जलाभिषेक कर पूजन अर्चन किया गया। पुराना कोठा पार्चा के द्वादश ज्योतिर्लिग धाम में बम बोल की गूंज होती रही। कल्याण की कामना लिए पांडवेश्वर नाथ मंदिर में शिव भक्तों का तांता लगा रहा।
श्रावण के द्वितीय सोमवार को भोर से ही शिव भक्त विभिन्न मंदिरों में पूजन सामग्री लेकर पहुंचने लगे। द्वादश ज्योतिर्लिग धाम में 12 ज्योतिर्लिग का पूजन शिव भक्तों ने श्रद्धाभाव से किया। मान्यता है कि 40 दिन तक यहां पूजन से बाबा महामंगलेश्वर नाथ की कृपा बरसती है और कष्ट दूर होते हैं। ऐतिहासिक पंडाबाग मंदिर रेलवे रोड पर सुबह से भक्त उमड़ पड़े। द्वादश ज्योतिर्लिग मठ में भगवान शंकर का श्रंगार किया गया।
कोतवाली के पीछे कोतवालेश्वर नाथ मंदिर में भी शिव भक्तों का तांता लगा रहा। महाकाल मंदिर आराकसान तथा सिद्ध भूतेश्वर नाथ मंदिर में भी भक्तों की भीड़ रही। महिलाओं ने अखंड सुहाग के लिए व्रत रखा। पहले जल, फिर पंचामृत और फिर जल से स्नान कराकर पुष्प, बेल पत्र, भांग, धतूरा व सात प्रकार के अन्न चढ़ाकर भोग लगाया गया। देर शाम तक अपरा काशी शिव की भक्ति व उपासना में डूबी रही। गांव पुठरी स्थित शिव मंदिर में भक्तों ने पूजा अर्चना कर आराधना की। श्रद्धालुओं ने शिव मंदिर की परिक्रमा कर मनौती मांगी। कक्योली स्थित रामताल आश्रम, कस्बा के शिव मंदिर, खेड़े वाली माता मंदिर बरतल में भक्तों ने भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर मन्नतें मांगी।
कांवड़ियों का उमड़ा हुजूम
फर्रुखाबाद : सोमवार को विभिन्न मंदिरों में कांवड़ियों का हुजूम उमड़ पड़ा। टटियां स्थित मोटे महादेव मंदिर से 31 भक्त कांवर लेकर घटियाघाट दुर्वासा ऋषि आश्रम के सामने गंगा तट पहुंचे। वहां से जल लेने के बाद शहर भ्रमण कर मोटे महादेव पर जलाभिषेक किया।