'बाबरी विध्वंस के दिन अयोध्या में नहीं थे वेदांतीः राजनाथ सिंह सू्र्य
पूर्व सांसद व स्तंभकार राजनाथ सिंह 'सूर्य ने वेदांती को झूठ बोलने का माहिर बताते हुए कहा कि छह दिसंबर को ढांचा विध्वंस के दिन तो वेदांती अयोध्या में ही नजर नहीं आए थे।
लखनऊ (जेएनएन)। अयोध्या प्रकरण में पूर्व सांसद व रामजन्म भूमि न्यास के सदस्य रामविलास वेदांती के बयान से उपजे विवाद ने नया मोड़ लिया है। पूर्व सांसद व स्तंभकार राजनाथ सिंह 'सूर्य ने वेदांती को झूठ बोलने का माहिर बताते हुए कहा कि छह दिसंबर को ढांचा विध्वंस के दिन तो वेदांती अयोध्या में ही नजर नहीं आए थे।
ध्यान रहे, वेदांती ने दावा किया है कि अयोध्या में बाबरी ढांचा उनके कहने पर ही तोड़ा गया था।
राजनाथ सिंह ने बताया कि बाबरी ढांचा गिराए जाने के समय वह खुद अयोध्या में थे और तब उनके पास प्रदेश भाजपा में महामंत्री पद की जिम्मेदारी थी। इसी के नाते वह पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी के साथ थे जबकि लालकृष्ण आडवाणी के साथ तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कलराज मिश्र अयोध्या पहुंचे थे। पांच दिसंबर की रात शीर्ष नेताओं ने हालात का जायजा लिया ताकि कोई दुर्घटना न हो जाए। सांसद विनय कटियार व विश्व हिंदू परिषद नेताओं ने भरोसा दिलाया था कि कारसेवकों में आक्रोश जरूर है परंतु स्थिति कंट्रोल में है।
भीड़ को रोकने के लिए सुरक्षा बलों के साथ कारसेवकों का घेरा भी बनाया गया था। उधर छह दिसंबर को सुबह से उत्तेजना बढऩे लगी थी जिसे काबू करने की कोशिश उमा भारती व अन्य नेताओं ने की पर बात बनी नहीं। भीड़ से बचाने के लिए उमा भारती को पुलिस द्वारा बमुश्किल निकाला गया। आंध्र प्रदेश से आए हुए कारसेवकों में गुस्सा अधिक था। सूर्य के अनुसार घटना घट गयी परंतु पूर्व सांसद वेदांती वहां कहीं नहीं थे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वेदांती अब क्यूं ऐसा बयान दे रहे है, यह समझ से परे है? उन्होंने कहा, यह पहला मौका नहीं है। वेदांती अक्सर ऐसे बयान देकर खुद को चर्चा में बनाए रखते हैं। इससे पहले वेदांती ने तीन हजार लोगों की घर वापसी कराने का एलान भी किया था परंतु पूछे जाने पर तीन लोगों के नाम भी नहीं बता सके थे।