पालक संपन्न और रक्षक हो सशक्त : कमिश्नर
फैजाबाद : उत्तर प्रदेश सरकार एवं जागरण की साझा पहल 'किसान संपर्क अभियान' के तहत मंडल क
फैजाबाद : उत्तर प्रदेश सरकार एवं जागरण की साझा पहल 'किसान संपर्क अभियान' के तहत मंडल के पांचों जिलों से आए 16 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। ताराजी रिसॉर्ट में आयोजित कार्यक्रम में मंडलायुक्त मनोज मिश्र ने प्रशस्तिपत्र व स्मृति चिह्न भेंटकर किसानों को सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहाकि संपन्न किसान ही देश को प्रगति के पथ पर ले जाएंगे। किसी भी देश के लिए दो बातें महत्वपूर्ण होती हैं। पहली उसके पालक का संपन्न होना और रक्षक का सशक्त होना। इसीलिए केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में नित नए कदम उठा रही है। इसके लिए फसल उत्पादन बढ़ाने के साथ कृषि से जुड़े अन्य क्षेत्रों को बढ़ावा दिया जा इस मौके पर संयुक्त निदेशक कृषि मधुवन ¨सह यादव,
उद्यान अधीक्षक पारसनाथ यादव, जागरण परिवार के सुमित गौड़, कृषि विज्ञान
केंद्र मसौधा के प्रभारी डॉ. मिथिलेश पांडेय, डॉ. अर्चना ¨सह आदि थे। रहा है, जिसमें प्रसंस्करण, बानकी, दुग्ध उत्पादन शामिल हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार व जागरण की संयुक्त पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम किसानों का हौंसला बढ़ाएगा। इससे अन्य किसान भी आधुनिक तरीके से फसल उत्पादन के लिए प्रेरित होंगे। इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
मंडलायुक्त ने किसानों को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि आगामी सितंबर माह में मंडल के करीब एक लाख दस हजार उन किसानों को ऋणमाफी का प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जिसका बैंक खाता आधार से ¨लक हो चुका है। कहाकि कर्ज माफी के दायरे में नहीं आने वाले किसानों
को निराश नहीं होना चाहिए। तमाम योजनाओं से ऐसे किसानों को लाभांवित किया
जा रहा है, जो कर्जमाफी के दायरे में नहीं हैं। आधार से ¨लक होने पर सब्सिडी का सीधा लाभ किसानों तक पहुंचेगा। कमिश्नर ने कहाकि अब यूरिया नीम कोटेड होने से एक ओर तो इसका अन्य दुरुपयोग रुकेगा और दूसरी ओर किसानों के लिए पहले से ज्यादा उपयोगी होगा। उन्होंने कहाकि जिले के किसानों के लिए सबसे ज्यादा अच्छी बात है कि यहां नरेंद्र देव कृषि एवं प्रोद्योगिक विश्वविद्यालय है। कृषि विवि से किसानों को नई-नई तकनीकी की जानकारी आसानी से मिल सकती है। किसान वैज्ञानिकों से राय लेकर खेती को संवार सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन मोहित शुक्ला ने किया।
इन किसानों का हुआ सम्मान
-किसान संपर्क अभियान के तहत फैजाबाद जिले के मयाबाजार के सरैया निवासी राकेश वर्मा, सोहावल के पिरखौली निवासी राकेश दुबे, सोहावल के मकसूमगंज निवासी शोभाराम को सम्मानित किया गया। अंबेडकरनगर जिले के मीरानपुर निवासी राधेश्याम यादव, भियांव के जगतनारायण शुक्ल, बल्लीपुर निवासी अजय ¨सह व रोहनपारा निवासी लीलावती को स्मृति चिह्न व प्रशस्तिपत्र प्रदान किया गया। सुल्तानपुर जिले के बालमपुर निवासी भोला ¨सह, कनौरा निवासी हनुमान ¨सह व शेरपुर निवासी अशोक वर्मा सम्मानित हुए। बाराबंकी जिले के खेराकनकू निवासी विशंभरदयाल वर्मा, प्यारेपुर के कपिल पांडेय व खसपरिया निवासी बृजेंद्र ¨सह को सम्मानित किया गया। अमेठी के रानीगंज निवासी अनिल कुमार पांडेय, एरी के रामकुमार व तैहबर के सलीम अहमद को सम्मान पत्र व स्मृति चिह्न दिया गया।
खेती के नए तरीके अपनाएं किसान : जेडीए
सम्मान समारोह में संयुक्त निदेशक कृषि मधुवन ¨सह यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है। किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर खेती के नए तरीके अपनाना चाहिए। उन्होंने सहफसली खेती की वकालत की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में मत्स्य पालन, बागवानी, फूल व औषधीय खेती के क्षेत्र में यहां काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने किसानों को जैविक खाद अपनाकर कम लागत में अधिक उत्पादन देने वाली फसलों को अपनाने की भी सलाह दी।
स्प्रिंकलर अपना करें पानी की बचत
उद्यान अधीक्षक पारसनाथ ने प्रधानमंत्री ¨सचाई योजना का जिक्र करते हुए कहाकि इस योजना में लघु सीमांत किसानों को 90 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है, जबकि सीमांत किसानों को 80 प्रतिशत। इस योजना के तहत ड्रिप ¨सचाई के लिए स्प्रिंकलर व वाटर गन जैसे उपकरण को अपनाकर किसान पानी की बचत करने के साथ ही लागत भी कम कर सकते हैं। उन्होंने किसानों को गेहूं, धान, मक्का, अरहर आदि फसलों के साथ ही बागवानी अपनाने की सलाह दी।
कृषि वैज्ञानिकों ने दिए खेती के टिप्स
-किसान संपर्क अभियान में आए कृषि विज्ञान केंद्र मसौधा के प्रभारी डॉ. मिथिलेश पांडेय व डॉ. अर्चना ¨सह ने कृषकों को उन्नतशील खेती की टिप्स दी। डॉ. पांडेय ने धान की खेती में खरपतवार निकालने के लाभ व तरीके की जानकारी किसानों को दी। किसान रमेश चंद्र की जिज्ञासा शांत करते हुए उन्होंने आलू की खेती के लिए अगस्त बीतने के बाद नमी कम होते ही खेतों की जोताई, गोबर की खाद डालने व बाद में खतपतवार निकालने की सलाह दी। डॉ. अर्चना ¨सह ने मछली पालन से संबंधित जानकारी साझा की। इसके अलावा अरहर, मक्का, उर्द, मूंग, सूरजमुखी आदि फसलों के बारे में किसानों को सलाह दी गई। कई किसानों से पशुपालन से संबंधित सवाल किया। इस पर विशेषज्ञों ने किसानों की जिज्ञासा को शांत किया। वैज्ञानिकों ने किसानों से खेती के आधुनिक तौर-तरीकों को अपनाने का आह्वान किया। कहाकि नई तकनीक के खेती को और भी ज्यादा लाभकारी बनाया जा सकता है।
तुलसी के पौधे से हुआ स्वागत
-किसान संपर्क अभियान में बतौर मुख्य अतिथि आए मंडलायुक्त मनोज मिश्र का स्वागत तुलसी के पौधे से किया गया। संयुक्त निदेशक कृषि मधुवन ¨सह यादव व उद्यान अधीक्षक पारसनाथ को भी तुलसी का पौधा भेंटकर जागरण परिवार की ओर से स्वागत किया गया।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड पा खिले चेहरे
राज्य सरकार की ओर से किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया गया। इससे किसानों के चेहरे खिल उठे। मंडलायुक्त मनोज मिश्र के हाथों मृदा स्वास्थ्य कार्ड पाने वाले किसानों में शोभावती, फूलमती, राम अभिलाख, सरयू प्रसाद व अशोक कुमार शामिल थे। साथ ही मृदा को स्वस्थ रखने के तरीके भी वैज्ञानिकों ने बताए। इस मौके पर जागरण की ओर से किसानों को खेत-खलिहान पत्रिका की प्रतियां भी दी गई।