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मंडल भर के मोतियों को पिरोने का रहा अवसर

फैजाबाद : अन्नदाता का गौरवगान। जल-जमीन की चर्चा। आधुनिक तकनीक साझा करते वैज्ञानिक। किसानों

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Aug 2017 11:36 PM (IST)Updated: Sat, 19 Aug 2017 11:36 PM (IST)
मंडल भर के मोतियों को पिरोने का रहा अवसर
मंडल भर के मोतियों को पिरोने का रहा अवसर

फैजाबाद : अन्नदाता का गौरवगान। जल-जमीन की चर्चा। आधुनिक तकनीक साझा करते वैज्ञानिक। किसानों की आय को दोगुना करने के स्वप्न को साकार करने की ¨चता। मंडल भर के किसान रूपी मोतियों को माला में पिरोने का अवसर। कई और पहलुओं को समेटते हुए शनिवार को हुआ 'किसानों संपर्क अभियान' बड़ी लकीर खींचने में कामयाब रहा। अपने-अपने हुनर को साझा करने के साथ किसानों ने खेती को और लाभकारी बनाने पर विमर्श किया। उस पर मंडलायुक्त मनोज मिश्र का आह्वान सोने पे सुहाना जैसा रहा। आय को दोगुना करने का सपना साकार करने के लिए एक ओर वैज्ञानिकों की टिप्स थी तो दूसरी ओर पारंपरिक खेती को आधुनिक तौर-तरीकों से संवारने की सीख। यह जुगलबंदी समारोह में आए बाकी किसानों को भी नई राह दिखाने वाली रही।

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चने की खेती में सिद्ध अंबेडकरनगर जिले की महिला किसान लीलावती ने अपने अनुभवों को किसानों से साझा किया। मुलाकात हुई तो कहने लगी 'खेती के क्षेत्र में काफी महिलाएं काम कर रही है। आवश्यकता है उन्हें सामने लाया जाए। यह ऐसा ही मौका है, जब महिला किसान को पहचान मिली'। बताया कि दो से तीन बीघे में चने की आठ से दस ¨क्वटल तक फसल मिल जाती है। बाकी किसानों को भी चने की खेती के लिए आगे आना चाहिए। मेंथा की सहफसली के महारथी बाराबंकी जिले के प्रगतिशील किसान विशंभर दयाल वर्मा कहते हैं कि यह मौका निश्चित रूप से किसानों का गौरव बढ़ाने वाला है। आह्वान, सराहना और सलाह का यह सिलसिला ताराजी रिसार्ट में कई घंटे तक चला और किसानों की आय को दोगुना करने के सपने को साकार करने के संकल्प के साथ समाप्त हुआ।


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