ईदी से पहले मासूम की मौत
रुदौली (फैजाबाद) : मासूम जरीन ईद पर घर आ रहे अपने मामा से मिलने के लिए बेताब थी। उसे त्योहार की खुशि
रुदौली (फैजाबाद) : मासूम जरीन ईद पर घर आ रहे अपने मामा से मिलने के लिए बेताब थी। उसे त्योहार की खुशियां मनानी थीं और मामू से ईदी थी लेनी थी। सऊदी से लौटे अपने मामू माजिद को लेने के लिए वह पिता निसार अहमद के साथ लखनऊ एयरपोर्ट जा रही थी। लेकिन वक्त को कुछ और ही मंजूर था। मासूम को खुशियां ही बल्कि दर्दनाक मौत मिली। बाराबंकी जिले में रविवार को हाइवे पर सफेदाबाद के पास हुए सड़क हादसे में मासूम जरीन व वाहन के चालक की मौत हो गई, जबकि जरीन के पिता की हालत गंभीर बनी हुई है, जो इस वक्त ट्रामा सेंटर में ¨जदगी के लिए जंग लड़ रहे हैं।
पटरंगा थाने के वाजिदपुर गांव निवासी निसार अहमद अपनी बेटी जरीना (10) के साथ एयरपोर्ट पर अपनी पत्नी के भाई माजिद को रिसीव करने जा रहे थे। माजिद गत दो वर्ष से सऊदी अरब में कामगार हैं। ईद पर्व पर वह वापस अपने वतन लौटे थे। शायद उनको भी यह पता नहीं था कि जिस अपनी भांजी के लिए वह विदेश से ईदी लेकर आ रहे हैं, वह उन्हें अब नहीं मिलेगी। दुर्घटना में स्कार्पियों चालक शादाब निवासी सोहावल व जरीन की मौत हो गई। साथ ही जबेरिया, निसार अहमद, कफील अहमद, अरसिया सहित सात लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। वाजिदपुर गांव में बालिका की मौत से ईद की खुशियां मातम में बदल गईं। निसार के परिवार के अधिकतर सदस्य ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं। देर शाम बालिका का शव घर पहुंचा तो हर किसी की आंखों में आंसू आ गए। परिवार के कई सदस्य गंभीर रुप से घायल होने के कारण बालिका के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके। गांव में गम का माहौल नजर आ रहा है। जिस वक्त शव पहुंचा अजान का समय हो गया। ग्रामीण मुनीर अहमद बताते हैं कि गांव में हर कोई गम में डूबा है।