भारतीय संस्कृति के विनाश में लगीं बाहरी ताकतें
फैजाबाद : बाहरी शक्तियां पूरी तरह से भारतीय संस्कृति का विनाश करने में लगी हैं। ऐसी परिस्थिति में शि
फैजाबाद : बाहरी शक्तियां पूरी तरह से भारतीय संस्कृति का विनाश करने में लगी हैं। ऐसी परिस्थिति में शिक्षा को उन्नत एवं ²ढ़ बनाना होगा। यदि हम सावधान नहीं हुए, तो जीना मुश्किल हो जाएगा। यह ¨चता है, रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं शीर्ष पीठ मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्यगोपालदास की। वे रामघाट स्थित अंतर्राष्ट्रीय योग केंद्र विवेक सृष्टि में भारतीय शिक्षण मंडल की राष्ट्रीय बैठक के समापन सत्र में विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने शिक्षण मंडल के प्रयासों को जमकर सराहा और कहा, शिक्षण मंडल इस देश को बाह्य सांस्कृतिक हमलों से बचा सकता है। दीक्षांत भाषण शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर ने दिया। उन्होंने कहा, विकास की अवधारणा पर विचार केवल भारतीय संस्कृति ही दे सकती है। उन्होंने योग का उदाहरण दे अपनी बात आगे बढ़ाई। कहा, 40 मुस्लिम देशों के लोगों ने योग को अपनाया। वस्तुत: दुनिया भोग से रोग की ओर चली गई है और उससे वापस आने के लिए भारतीय योग की ओर देख रही है। विश्व की त्रासदी का हल केवल भारत के पास है। सारी दुनिया भारत की तरफ देख रही है। भारतीय शिक्षण मंडल इस उम्मीद पर खरा उतरने का दायित्व संभाल रहा है। इस मौके पर शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद जोशी, राष्ट्रीय महामंत्री वामन वासुदेव गोटगे, विवेक सृष्टि के निदेशक योगगुरु डॉ. चैतन्य, पूर्व प्राचार्य डॉ. एचबी ¨सह, अविवि के प्रोफेसर डॉ. अजय प्रताप ¨सह, भाजपा नेता ऋषिकेश उपाध्याय, अविवि के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. आरके ¨सह, सर्वजीत ¨सह, भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रताप ¨सह टिल्लू एवं विकास ¨सह, डॉ. संदीप ¨सह, धर्मेंद्र पाठक, विनय श्रीवास्तव, इंद्रकुमार मिश्र, उमाशंकरदास, शिक्षण मंडल के अवध प्रांत उपाध्यक्ष डॉ. महेंद्र ¨सह, सहमंत्री राजेश ¨सह, अजय ¨सह, विजय ¨सह बंटी, डॉ. अजय प्रताप ¨सह, डॉ. आरके ¨सह, डॉ. आरएन राम, डॉ. रमापति मिश्र, निर्मल कुमार वर्मा, दीपक अग्रवाल,मुन्ना पांडेय, विनयप्रकाश यादव , विष्णु यादव, अनिल उपाध्याय आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। शिक्षण मंडल के प्रांतीय मंत्री डॉ. दिलीप ¨सह ने आभार ज्ञापित किया।