शिमला हादसे में मवई के कामगार की मौत
रुदौली (फैजाबाद) :शिमला हादसे में मवई के कामगार की मौत हो गई है। मौत की सूचना गुरुवार को परिजनों को
रुदौली (फैजाबाद) :शिमला हादसे में मवई के कामगार की मौत हो गई है। मौत की सूचना गुरुवार को परिजनों को मिली। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताते हैं कि शिमला के चौपाल उपमंडल के नेरवा में पर्यटक बस के टौंस नदी में समा जाने से 44 लोगों की मौत हो गई थी। इसी बस में मवई थाना क्षेत्र के फरीदपुर गांव निवासी मोहनलाल गुप्ता (35) भी सवार थे। उनके जेब से मिले आधार कार्ड से उनकी पहचान हुई तो शिमला में रहने वाले रिश्तेदारों के जरिए परिजनों को मौत की सूचना मिली। मृतक मोहनलाल अभी मंगलवार को ही यहां से किसान एक्सप्रेस से शिमला को रवाना हुए थे। मृतक के संबंधी हाजीपुर निवासी रमेश के अनुसार वह लगभग 13 वर्षों से शिमला में सब्जी का व्यापार करते थे। कुछ दिन पूर्व रिश्तेदारी में आयोजित एक शादी समारोह में हिस्सा लेने आए थे। पत्नी सीता को घर फरीदपुर में ही छोड़कर वह वापस शिमला चले गए। शुक्रवार को यहां से परिजन शिमला जाएंगे।
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पति का अंतिम दर्शन नहीं कर पाई सीता
मृतक की पत्नी सीता शोक से व्याकुल है। उसकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वह बताती है कि उसके पति जाते वक्त एक माह बाद आने की बात कह गए थे। घटना के वक्त मृतक अपनी पत्नी से बात कर रहा था। आखिरी क्षण तक वह अपनी पत्नी से बात करता रहा। सीता के म ताबिक अचानक फोन कट गया। बाद में कई बार फोन मिलाने पर स्विच ऑफ बताता रहा। अभी उनको कोई संतान भी नहीं है।
मोहन को नहीं नसीब हुई अपनी धरती
मृतक मोहनलाल को अपनी धरती भी नसीब नहीं हुई। अपने गांव में उसका अंतिम संस्कार भी नहीं हो सका। शव काफी क्षतिग्रस्त हो जाने से शिमला के प्रशासन ने वहां पर ही अंतिम संस्कार कर दिया।