रौजागांव चीनी मिल ने गन्ना रिकवरी में बनाया नया कीर्तिमान
रुदौली (फैजाबाद) : रौजागांव चीनी मिल ने गन्ना पेराई में 13.14 प्रतिशत की रिकवरी प्राप्त कर पूर्वांचल
रुदौली (फैजाबाद) : रौजागांव चीनी मिल ने गन्ना पेराई में 13.14 प्रतिशत की रिकवरी प्राप्त कर पूर्वांचल में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मुख्य महाप्रबंधक मधुकर मिश्र ने बताया कि पूर्वांचल की किसी भी चीनी मिल ने अब तक यह रिकार्ड नहीं बनाया है। बताते चलें कि चीनी मिल ने गत पेराई सत्र की अपेक्षा इस वर्ष 12 लाख ¨क्वटल अधिक गन्ने की पेराई की है। गत पांच वर्ष से चीनी मिल ने गन्ना विकास की योजनाओं को संचालित किया है। त्वरित गन्ना मूल्य भुगतान, अनुदान प्रक्रिया, बीज उपलब्ध कराने, प्रचार प्रसार व किसानों को जागरूक करने के लिए गोष्ठी, ट्रेंच विधि बोआई आदि योजनाओं का परिणाम भी अच्छा आया। चीनी मिल क्षेत्र में शीघ्र, उन्नतिशील, एवं अधिक पैदावार देने वाली प्रजातियों के गन्ना क्षेत्रफल में बढ़ोतरी होने से किसानों को अधिक पैदावार व आमदनी प्राप्त हुई। चीनी मिल को पेराई के लिए अधिक गन्ना भी उपलब्ध हो पाया। गन्ना महाप्रबंधक मनोज ¨सह ने बताया कि बसंतकालीन गन्ना बुआई में शीघ्र व उन्नतिशील गन्ना प्रजातियों के गन्ना क्षेत्रफल एवं गन्ना उत्पादन में वृद्धि के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। गन्ना बीज वितरण पर अनुदान, ट्रेंच विधि से गन्ना बुआई पर 1250 प्रति हेक्टेयर का अनुदान, बीज उपचार के लिए कीटनाशक पर छूट, खाद, उर्वरक, फंफूदी नाशक, गन्ना बंधाई व मजदूर खर्च पर भी अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 17 मार्च तक क्रय किए गए 66.04 लाख कुंतल गन्ने का मूल्य भुगतान 20135.25 लाख रुपए बैंकों को भेज दिया गया है। मुख्य महाप्रबंधक ने किसानों से कहा कि बसंतकालीन गन्ना बुआई के लिए गन्ने के बीज की कमी को ध्यान में रखते हुए अधिक से अधिक बीज संरक्षित कर लें। किसी भी दशा में गन्ना चीनी मिल को आपूर्ति न करें। चीनी मिल के नए कीर्तिमान प्राप्त करने पर उन्होंने गन्ना आयुक्त, जिलाधिकारी, उप गन्ना आयुक्त, सभी समितियों के अध्यक्ष, सचिव ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक सहित सभी किसानों का आभार व्यक्त किया।