प्रथम तीर्थंकर की जयंती पर उमड़ी आस्था
अयोध्या: जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव की जयंती पर आस्था उमड़ी। पूर्व संध्या से ही दूर-दराज
अयोध्या: जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव की जयंती पर आस्था उमड़ी। पूर्व संध्या से ही दूर-दराज तक के श्रद्धालु एकत्रित हुए और बुधवार को प्रात: से ही पाठ-पूजन का क्रम शुरू हुआ। प्रात: आठ बजे रायगंज स्थित दिगंबर जैन मंदिर में ध्वजारोहण कर जैन आचार्य रवींद्रकीर्ति स्वामी ने महोत्सव का विधिवत उद्घाटन किया। इस दौरान एक ओर मंदिर में स्थापित भगवान ऋषभदेव की 31 फीट ऊंची प्रतिमा का भांति-भांति के द्रव्यों से अभिषेक होता रहा, दूसरी ओर शोभायात्रा निकालने की तैयारी को अंतिम रूप दिया गया। पूर्वाह्न भगवान द्यषभदेव के चित्र को पालकी में स्थापित कर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा हनुमानगढ़ी, छोटी देवकाली होती हुई स्वर्गद्वार स्थित उस टोंक तक पहुंची, जहां के बारे में मान्यता है कि युगों पूर्व प्रथम जैन तीर्थंकर ने यहीं जन्म लिया था। इस टोंक में स्थापित प्रतिमा का भी विशेष पूजन-अभिषेक किया गया। करीब दो घंटे की पूजा के बाद शोभायात्रा वापस रायगंज स्थित मंदिर पहुंची। उत्सव का समापन धार्मिक सभा से किया गया, जिसमें विद्वानों ने धार्मिक मूल्य शिरोधार्य करने का आह्वान किया। कार्यक्रम संचालन विजय कुमार जैन ने किया। महोत्सव के दौरान ही मंदिर परिसर में नवीन कार्यालय की सथापना के लिए भूमि पूजन भी किया गया।