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अयोध्या में शुरू की अजनबियों की तलाश

फैजाबाद: सुरक्षा तंत्र ने अयोध्या में अपनी सक्रियता को और बढ़ा दिया है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बढ़े

By Edited By: Published: Mon, 24 Oct 2016 11:40 PM (IST)Updated: Mon, 24 Oct 2016 11:40 PM (IST)
अयोध्या में शुरू की अजनबियों की तलाश

फैजाबाद: सुरक्षा तंत्र ने अयोध्या में अपनी सक्रियता को और बढ़ा दिया है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बढ़े आतंकी खतरे को लेकर रामनगरी की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से कसरत शुरू की गई है। इसकी शुरूआत की गई अयोध्या में रहने वाले अजनबियों की तलाश से। रामनगरी में रहकर जरायम की योजना बनाने व उसे अंजाम दे चुके अपराधियों की कई करतूतें सामने आ चुकी है। अयोध्या में बैठकर अपराधिक गतिविधियों का संचालन करने वाले इन संदिग्धों की तलाश में पुलिस ने रामनगरी व उससे सटे इलाकों में रहने वाले किराएदारों का सत्यापन कराना शुरू कर दिया है। अयोध्या में किराएदारों का सत्यापन अचानक शुरू किया गया है। इस बार उन धर्मस्थलों की भी पुलिस जानकारी जुटा रही हैं, जहां बाहर से आने वाले युवक व अन्य लोग किराएदार के रूप में ठहरते हैं। कार्तिक मेला शुरू होने से पहले अयोध्या में किराएदारों का सत्यापन पूरा कर लेना चाहता है। सत्यापन के लिए पुलिस ने बकायदा प्रोफार्मा तैयार किया है, जिसपर किरादारों का विवरण दर्ज किया जाएगा। दर्ज किए गए विवरण का किराएदार के मूल निवास स्थान का पुलिस से सत्यापन भी कराया जाएगा।

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किराएदार के वेश में ठहरते रहे हैं अपराधी

फैजाबाद : अयोध्या की सुरक्षा भले ही फुलप्रूफ होने के दावों को यहां पकड़े गए अपराधी कई बार आइना दिखा चुके हैं, जिससे उजागर हुआ कि अयोध्या को अपराधी शेल्टर के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। गत जून माह में भट्ठा मैनेजर की हत्या से पर्दा उठा। अयोध्या की सीमा से सटे हॉस्टल से हत्या के मास्टर माइंड संदीप को गिरफ्तार किया गया। उसके अन्य साथी अंकित, प्रदीप और दिलीप भी छात्र के रूप में वहीं रहते थे। करीब साढ़े चार साल पहले दिसंबर माह में कुमारगंज थाना क्षेत्र के बिरौली झाम में बाइक लूटकर भाग रहे आलोक वर्मा उर्फ विपिन वर्मा को पकड़ा गया था। बाराबंकी जिले के सफदरगंज का रहने वाला आलोक अयोध्या के दंतधावन कुंड इलाके में एक छात्र के साथ रहता था। उसने पुलिस को अयोध्या में रहने वाले अपने मददगारों के नाम भी बताए थे, लेकिन पुलिस उनका पता नहीं लगा सकी। अंबेडकरनगर, बाराबंकी, बस्ती व सुल्तानपुर के अपराधी अपने लोकल नेटवर्क के जरिए अयोध्या में महफूज स्थान तलाश कर वारदात करते रहे हैं। इस नगरी से अंडरवल्र्?ड तक के रिश्ते रहे हैं। वर्ष 2014 में डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर विश्वेश्वर को पटरंगा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह किसी खास मकसद से अयोध्या आ रहा था। लेकिन उसका अयोध्या मिशन आज तक पहेली बना हुआ है। इससे पूर्व अयोध्या में अपनी पैठ बनाने के लिए वर्ष 1995-96 में हत्या की दो वारदात को अंजाम देने वाला माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला भी अयोध्या में शरण लेता था।


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