कार्यपरिषद की बैठक असंवैधानिक: मिश्र
फैजाबाद: डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के वीसी प्रो.जीसीआर जायसवाल और प्रो.अजय प्रताप ¨सह के
फैजाबाद: डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के वीसी प्रो.जीसीआर जायसवाल और प्रो.अजय प्रताप ¨सह के बीच हुए विवाद ने अब तूल पकड़ लिया है। प्रो. ¨सह के समर्थन में मंगलवार को दो पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष समेत अन्य मैदान में उतरे और तीन जून को आंदोलन की रुपरेखा तय करने का एलान किया। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निशेंद्र मोहन मिश्र, राजमणि ¨सह व पूर्व महामंत्री अद्याशंकर ¨सह ने कहा कि वीसी की कार्यशैली ने विवि की साख को नुकसान पहुंचाया है।
निशेंद्र ने बीते दिनों हुई कार्यपरिषद की बैठक पर ही सवाल खड़ा कर दिया। कहा कि विवि ने कार्यपरिषद की बैठक बुलाने के नियम का पालन नहीं किया। आपात बैठक की सूचना कम से कम 24 घंटे पूर्व सदस्यों को एजेंडे के साथ दी जाती है। पर वीसी के निर्देश पर सदस्यों को रात साढ़े दस बजे फोन करके बुलाया गया, यही कारण है कि सभी सदस्य बैठक में नहीं आ सके, इसलिए बैठक में जो भी निर्णय लिया गया वह अवैध है। उन्होंने बताया कि विवि प्रशासन की तानाशाही का आलम यह है कि कार्यपरिषद की बैठक में सदस्यों से जबरन मोबाइल फोन तक रखा लिया गया था।
पूर्व अध्यक्ष राजमणि ¨सह ने कहा कि वीसी को बताना चाहिए कि अमेठी के छीड़ा डिग्री कालेज सहित अन्य कालेजों के केंद्र को किन परिस्थितियों में बहाल किया गया। कहा कि दो वर्ष में तकरीबन 150 कालेजों पर सामूहिक नकल का आरोप लगा है, लेकिन एक भी कालेज डिबार नहीं किया गया। कहा कि यह मजाक नहीं तो और क्या है। यह रवैया भ्रष्टाचार के संदेह को पुख्ता करने वाला है। पूर्व छात्रसंघ महामंत्री अद्याशंकर ¨सह ने वीसी पर हिटलरशाही का आरोप लगाया। कहाकि छात्र समेत शिक्षकों पर मनमाना मुकदमा दर्ज कराना उनकी फितरत है। वीसी के पक्ष में उतरे छात्रनेताओं के बारे में कहा कि ये छात्र राजनीति को कलंकित करने वाला अध्याय है।