पापा..मम्मी को मत मारो..पर वो पीटते रहे
फैजाबाद : पापा..मम्मी को मत मारो..। छोड़ दो मम्मी को..कोई बचाओ मम्मी को..। पिता की क्रूरता से मां को
फैजाबाद : पापा..मम्मी को मत मारो..। छोड़ दो मम्मी को..कोई बचाओ मम्मी को..। पिता की क्रूरता से मां को बचाने के लिए छह साल का ¨टकू दहशत भरी आवाज लेकर कभी पिता को रोक रहा था, तो कभी लोगों को पुकार रहा था। मध्यरात्रि के वक्त विनय के घर से उठ रही आवाज पड़ोसियों तक जरूर पहुंची लेकिन रोज की बात मान कर वे भी घर से बाहर नहीं निकले। विनय अपनी पत्नी निशा को पीटता रहा और तब तक पीटा तक की उसकी सांसे थम नहीं गईं। निशा की मौत के बाद घर से उठ रहा शोर शांत हुआ। ¨टकू, चार वर्षीय ¨पकू व डेढ़ वर्षीय लाडली मां के आंचल से महरूम हो गयी। मां को बचाने की जिद्दोजहद कर रहे बच्चों की आंखों से खौफनाक मंजर अभी दूर नहीं हुआ है। मासूमों ने पिता के निर्दयी बर्ताव को जब गांव वालों के सामने रखा तो सभी के रोंगटे खड़े हो गए। ¨टकू ने बताया कि पापा ने पहले मम्मी को बाल पकड़कर लात घूसों से जमकर पीटा। फिर डंडे से मारा। मम्मी चिल्ला रही थीं। घर में मचे शोर से दहशत में आया छोटा भाई ¨पकू रो रहा था। घर में सो रही बहन लाड़ली भी शोर सुनकर बाहर चली आई। उसने भी बाहर जो मंजर देखा सहम गई। उसने भी पिता को मां पर हाथ उठाने के लिए मना किया लेकिन विनय ने बेटी को जोरदार थप्पड़ मारकर शांत करा दिया। लाडली की मानें तो डंडे की मार से मम्मी बेहोश हो चुकी थीं। फिर गंड़ासे से पापा ने मम्मी को काट डाला। गांव से डेढ़ किमी. की दूरी पर थाना है लेकिन विनय के घर से उठ रही हृदय विदारक चीखों के बारे में किसी ने थाने आकर या फोन पर पुलिस को सूचना तक नहीं दी। वरना निशा की जान बच जाती। ग्रामीणों का तर्क है कि कन्नू ऐसा अक्सर किया करता था। पति-पत्नी के झगड़े में कौन फंसे। अर्धरात्रि हुई इस घटना की जानकारी मंगलवार सुबह पत्नी हंता के पिता ने दी। आरोपी के माता पिता गांव में ही अगल रहते हैं।