Move to Jagran APP

आडिट रिपोर्ट बन रही प्रधानों के गले की फांस

फैजाबाद: प्रधानी के चुनाव की प्रक्रिया प्रारम्भ होते ही जिला लेखा परीक्षक की रिपोर्ट ने पूर्व प्रधान

By Edited By: Published: Mon, 23 Nov 2015 10:41 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2015 10:41 PM (IST)
आडिट रिपोर्ट बन रही प्रधानों के गले की फांस

फैजाबाद: प्रधानी के चुनाव की प्रक्रिया प्रारम्भ होते ही जिला लेखा परीक्षक की रिपोर्ट ने पूर्व प्रधानों की नींद उड़ा दी है। तारुन ब्लॉक में करीब चार दर्जन पूर्व प्रधान विशेष आडिट रिपोर्ट के घेरे में हैं। निर्माण कार्यों में उन पर लारों रुपये के गोलमाल करने की आशंका जताई गई है। यह सूची जिला पंचायत राज अधिकारी एके ¨सह ने सहायक विकास अधिकारी पंचायत को भेजी है। ऐसे में चुनावी महासमर में कूदने की तमन्ना लिए उत्साहित ये पूर्व प्रधान परेशान हैं। प्रधान पद के उम्मीदवारों ने उनकी घेराबंदी करना शुरू कर दी। इसकी जद में आये प्रधान आडिट रिपोर्ट की आख्या के आधार पर अपने-अपने कागजात लेकर एडीओ पंचायत व डीपीआरओ कार्यालय का चक्कर लगाना शुरू कर दिया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार निर्वाचन आयोग ने निर्देशित किया है कि जिन ग्राम पंचायतों के पूर्व प्रधानों की आडिट रिपोर्ट में खामियां मिली है, उन्हें ग्राम पंचायतों के सरकारी धन के गबन का दोषी माना जा रहा है। ऐसे में उन्हें अदेयता प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जा रहे हैं। बताया गया कि क्षेत्र पंचायत तारुन की ग्राम पंचायत तारुन, बेलगरा, तारडीह, पछियाना, कल्यानपुर छितौना, नसरतपुर बरेहटा, पाली अचलपुर, गयासपुर, टिकरी, गौहानीखुर्द सहित चार दर्जन ग्राम पंचायतों की विशेष आडिट रिपोर्ट में आपत्तियां हैं। उन्हें अभी तक दूर नहीं कराया जा सका। जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय से मिली विशेष आडिट रिपोर्ट की प्रति एडीओ पंचायत शेषदेव पांडेय ने सभी सम्बंधित ग्राम पंचायतों के पंचायत सचिवों को उपलब्ध करा दिया है। बताते हैं कि सचिवों को सख्त हिदायत है कि जद में आए पूर्व प्रधानों का अदेयता प्रमाण पत्र किसी भी सूरत में उस समय तक जारी न किए जायं जब तक सम्बंधित प्रधान डीपीआरओ के यहां से अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं लाते है। हालांकि आडिट रिपोर्ट की जद में आये प्रधानी का मंसूबा पाले पूर्व प्रधान आडिट रिपोर्ट की आपत्ति दूर कराने के लिए पंचायत सचिवों से संपर्क साध रहे हैं। और अपने कार्य काल के अभिलेखों को एकत्रित कर दुरूस्त कराने में जुट गये है। हालांकि अभी तक पांच ग्राम प्रधान आडिट रिपोर्ट की आपत्ति को झूठा साबित करने के लिए आवश्यक अभिलेख एडीओ पंचायत के जरिए डीपीआरओ कार्यालय तक पहुचा चुके है। एडीओ पंचायत शेषदेव पांडेय ने इसकी पुष्टि की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.