हमले का रहस्य सुलझाने में क्राइम ब्रांच भी जुटी
फैजाबाद : जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी योगेंद्र प्रताप यादव पर हुए जानलेवा हमले का मामला उलझ
फैजाबाद : जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी योगेंद्र प्रताप यादव पर हुए जानलेवा हमले का मामला उलझता जा रहा है। पीड़ित का पक्ष अभी तक न मिल पाने की वजह से पुलिस वारदात के आरोपियों की शिनाख्त नहीं कर पा रही है। घायल योगेंद्र का बयान लेने लखनऊ गई पुलिस उसकी स्थिति में सुधार होने का इंतजार कर रही है। पुलिस का मानना है कि योगेंद्र का बयान मिलने के बाद वारदात में काफी हद तक तस्वीर साफ हो जाएगी। घटना पुरानी रंजिश को लेकर हुई है अथवा चुनावी अदावत है? इस प्रश्न से भी पर्दा उठाने में पीड़ित का बयान काफी मदद करेगा। घटना पीछे रहस्यों को सुलझाने के लिए अब क्राइम ब्रांच को भी अयोध्या पुलिस के सहयोग में लगा दिया गया है। पूरा तृतीय से जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी योगेंद्र प्रताप यादव में शनिवार को गोलीबारी की गई थी। बाइक सवार तीन बदमाशों ने उनपर ताबड़तोड़ फाय¨रग कर घायल कर दिया था। घायल योगेंद्र का इलाज लखनऊ में चल रहा है। लखनऊ में हुए आपरेशन के बाद योगेंद्र की हालत में सुधार बताया जा रहा है। इस प्रकरण में पुलिस की प्रारंभिक जांच काफी उलझी नजर आ रही है। गोली मारने वाले कौन थे? वारदात को अंजाम क्यों दिया गया? इसके पीछे कोई मास्टर माइंड कौन है? जैसे कई प्रश्न वारदात को 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अनुत्तरित है। गोसाईंगंज से सपा विधायक अभय ¨सह के करीबी योगेंद्र से हुए विवादों को भी पुलिस टटोल रही है। पुलिस की मानें तो अभी तक हमले में तीन लोग शामिल बताए जा रहे थे लेकिन अब दो लोग बताए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में जब तक घायल का बयान न मिल जाए तब तक हमलावरों की तस्वीर साफ नहीं हो सकती है। अपर पुलिस अधीक्षक नगर आरएस गौतम ने बताया कि घायल का बयान न मिल पाने की वजह से आरोपियों की शिनाख्त में दिक्कत आ रही है। वारदात का जल्द से जल्द राजफाश करने के लिए क्राइम ब्रांच को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।